कोरोना की दूसरी लहर में बिहार के 12 सर्जनों की मौत, 65 प्रतिशत डॉक्टर कर रहे हैं कोरोना मरीजों का इलाज
पटना सहित पूरे बिहार में कोरोना की दूसरी लहर अब आहिस्ता-आहिस्ता सिमटने लगी है. महामारी से जंग की दूसरी लहर में प्रदेश के 12 सर्जन डॉक्टर शहीद हो गये. शहीद इसलिए क्योंकि इन्होंने आखिरी दम तक अपना फर्ज निभाते हुए जान गंवायी.
पटना. पटना सहित पूरे बिहार में कोरोना की दूसरी लहर अब आहिस्ता-आहिस्ता सिमटने लगी है. महामारी से जंग की दूसरी लहर में प्रदेश के 12 सर्जन डॉक्टर शहीद हो गये. शहीद इसलिए क्योंकि इन्होंने आखिरी दम तक अपना फर्ज निभाते हुए जान गंवायी. इनमें 65 प्रतिशत डॉक्टर कोविड मरीजों का इलाज करने के दौरान ही संक्रमित हुए और उनकी सांसें उखड़ गयी.
यह कहना है एसोसिएशन ऑफ सर्जन ऑफ इंडिया बिहार चैप्टर व इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान और गर्वनिंग काउंसिल के मेंबर डॉ अशोक कुमार सिन्हा का. बुधवार को एसोसिएशन ऑफ सर्जन बिहार चैप्टर की ओर से कोरोना से निधन हो चुके डॉक्टरों की याद व उनकी आत्मा की शांति के लिए श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया.
इसमें एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ एसएन बरनवाल आैर सचिव डॉ आलोक अभिजीत ने कहा कि गूगल विंडो पर वर्चुअल श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया, इसमें आइजीआइएमएस के डॉ मनीष मंडल, डॉ बिंदे कुमार, डॉ एनपी नारायण, डॉ अनिल कुमार सिंह, डॉ अतुल वर्मा समेत बिहार के सभी सर्जन डॉक्टरों ने भाग लिया.
मिले शहीद का दर्जा
वहीं, जदयू चिकित्सा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डॉ सुनील कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर डॉक्टरों को शहीद का दर्जा और उसके परिवारजनों को पेंशन देने की मांग की है. कोरोना की दूसरी लहर में बिहार के 12 सर्जनों की मौत तथा News in Hindi से अपडेट के लिए बने रहें।
इन 12 सर्जन डॉक्टरों की हुई मौत
डॉ एसएस अंबष्ठ, डॉ वीपी सिंह, डॉ केके कंठ , डॉ आरबी झा, डॉ आरआर झा ,डॉ अखौरी सत्यदेव पीडी, डॉ डीएन पोद्दार , डॉ अशोक पाठक, डॉ शैलेंद्र कुमार, डॉ (मेजर) एके सिंह, डॉ नरेश कुमार और डॉ कुमार राजन.
Posted by Ashish Jha