मोतिहारी : कालाजार उन्मूलन को लेकर जिला मलेरिया कार्यालय ने कमर कस लिया है. कालाजार पॉजिटिव केस मिलने पर आस-पास के चारों तरफ 50-50 घरों में फोकल स्प्र किया जाएगा. अब तक सात संभावित मरीज मिले हैं, जिसकी जांच की जा रही है.
जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ जितेंद्र प्रसाद ने बताया कि टीम वर्क के जरिये इस बीमारी के उन्मूलन पर लगातार काम चल रहा है. विभाग के निर्देशानुसार घर-घर कालाजार के रोगियों का खोज अभियान चलाया जा रहा है. चार सितंबर तक यह अभियान चलेगा.कालाजार रोगियों की खोज के लिए 423 आशा और 141 आशा फैसिलेटर को जिम्मेवारी दी गई है.बताया कि दवा छिड़काव साल में दो बार होता है. इसे आईआरएस (इंडोर रेसीडुअल स्प्रे) कहते हैं.
प्रभावित इलाकों को चिह्नित करने का पैमाना : प्रभावित इलाकों को चिन्हित करने का पैमाना यह है कि जहां तीन साल तक एक भी केस नहीं आये, उसको छोड़ बाकी के इलाकों में प्रखंड से लेकर पंचायत स्तर पर काम किया जाता है. वीबीडीएस से लेकर आशा, एएनएम कालाजार की रोकथाम को लेकर तत्पर है. कहीं भी एक भी मामला आने पर उस मोहल्ले में सघन दवा छिड़काव अभियान तेज कर दिया जाता है.लोगों में जागरूकता फैलाई जाती है.
हर पीएचसी पर मुफ्त जांच सुविधा उपलब्ध : हर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर कालाजार जांच की सुविधा उपलब्ध है. बताया कि कालाजार की किट (आरके-39) से 10 से 15 मिनट के अंदर टेस्ट हो जाता है. हर सेंटर पर कालाजार के इलाज में विशेष रूप से प्रशिक्षित चिकित्सक व कर्मचारी अपनी सेवाएं दे रहे हैं.
posted by ashish jha