देश के प्रसिद्ध ज्वेलरी ग्रुप के ठिकानों पर आयकर की छापेमारी, पटना समेत इन पांच शहरों में हुई तलाशी
मंगलवार की सुबह से ही पटना के अलावा यूपी के वाराणसी, लखनऊ, इलाहाबाद और गोरखपुर में मौजूद इनकी ज्वेलरी शॉप समेत अन्य ठिकानों पर टीम ने जांच शुरू की. देश के एक प्रसिद्ध ज्वेलरी ब्रांड से जुड़े दो अन्य ज्वेलरी प्रतिष्ठानों के ठिकानों पर भी छापेमारी हुई.
पटना. आयकर की टीम ने देश के एक प्रसिद्ध ज्वेलरी समूह के पांच शहरों में मौजूद दर्जनभर ठिकानों पर एक साथ दबिश दी. मंगलवार की सुबह से ही पटना के अलावा यूपी के वाराणसी, लखनऊ, इलाहाबाद और गोरखपुर में मौजूद इनकी ज्वेलरी शॉप समेत अन्य ठिकानों पर टीम ने जांच शुरू की. देश के एक प्रसिद्ध ज्वेलरी ब्रांड से जुड़े दो अन्य ज्वेलरी प्रतिष्ठानों के ठिकानों पर भी छापेमारी हुई. वाराणसी में देश के एक प्रसिद्ध ज्वेलरी की बड़ी दुकान है.
पटना में तीन जगहों पर हुई छापेमारी
पटना के बाकरगंज में इन तीनों ज्वेलरी दुकानों के अलावा इनके मालिकों के घरों और गोदामों पर भी छापेमारी की गयी. इसके मालिक राजेश वर्मा चार भाई और सभी सामूहिक रूप से तमाम ज्वेलरी प्रतिष्ठानों का संचालन करते हैं. दिल्ली में भी इनके एक ठिकाने पर छापेमारी की अपुष्ट सूचना मिल रही है. इनके प्रतिष्ठानों पर करीब डेढ़ वर्ष पहले आयकर विभाग की तरफ से सर्वे किया गया था. उस दौरान भी करोड़ों की टैक्स में गड़बड़ी पकड़ी गयी थी.
वास्तिवक आय से कम दिखाया गया है रिटर्न
आयकर विभाग के सूत्रों के अनुसार जांच में करोड़ों रुपये की टैक्स चोरी पकड़ी गयी है. हालांकि जांच पूरी होने के बाद ही स्पष्ट होगा कि कुल कितने की टैक्स में हेराफेरी की गयी है. वार्षिक आय से कम आयकर रिटर्न दायर करने के भी प्रमाण मिले हैं. इसके अलावा बिना बिल के ज्वेलरी की खरीद-बिक्री करने के अलावा स्टॉक रजिस्टर पर दर्ज सोना-चांदी समेत अन्य सामानों की मात्रा की तुलना में वास्तविकता में इससे कहीं अधिक मात्रा में रखा पाया गया है.
सोने की ईंटे या बिस्कुट को बड़ी संख्या बेचा गया
बिना टैक्स दिए और कागज पर दिखाए सोना एवं इससे बनी ज्वेलरी का एक राज्य से दूसरे राज्य में खरीद-बिक्री के काफी प्रमाण मिले हैं. बिना रसीद के या कच्चे रसीद पर ज्वेलरी के अलावा सोने की ईंटे या बिस्कुट को बड़ी संख्या बेचा गया है. देश के एक प्रसिद्ध ज्वेलरी ब्रांड की दुकानों में हुई इस छापेमारी के बाद त्योहारी मौसम में सराफा कारोबारी के बीच दहशत व्याप्त है.