पटना. आयकर विभाग ने टैक्स में हेराफेरी के मामले में बेगूसराय के बड़े व्यापारियों में शामिल मटिहानी निवासी अजय कुमार उर्फ कारू सिंह के ठिकानों पर गुरुवार को शुरू हुई छापेमारी शुक्रवार को पूरी कर ली गई है. आयकर सूत्रों के मुताबिक छापेमारी में आयकर को करीब एक करोड़ से अधिक कैश, पचास लाख से अधिक की ज्वैलरी और 25 करोड़ के बोगस एक्सपेंस के बिल मिले हैं.
गुरुवार को अजय सिंह के 25 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की गयी थी. जिसमें पटना में बोरिंग रोड समेत दो स्थान के अलावा बेगूसराय, नोएडा, गाजियाबाद, दिल्ली, कोलकाता, ओडि़शा में भी आयकर की छापेमारी हुई. आयकर सूत्रों के अनुसार छापेमारी के दौरान दर्जन भर बैंक खाते, वित्तीय लेनदेन से जुड़े दस्तावेज, कई जगह पर जमीन-जायदाद के कागजात भी बरामद किए गए हैं. आकलन के बाद इसमें बढ़ोतरी की संभावना है.
आयकर विभाग अब उनके पिछले पांच सालों में दाखिल किये गये रिटर्न के आधार पर बुक ऑफ अकाउंट की जांच करेगा. छापेमारी के दौरान जब्त किये गये कंप्यूटर की डाटा माइनिंग भी विभाग करवायेगा. आयकर विभाग के सूत्रों का कहना है कि छापेमारी के दौरान एक दर्जन से अधिक बैंक खाते, वित्तीय लेनदेन से जुड़े दस्तावेज, कई जगह पर जमीन-जायदाद के कागजात भी बरामद किये गये हैं. इसके सत्यापन के बाद में कार्रवाई की जायेगी.
कारू सिंह की केएस कंस्ट्रक्शन कंपनी सरिया की फैक्ट्री के अलावा ओडिशा में खनन के साथ-साथ रियल एस्टेट के क्षेत्र में भी कारोबार करती है. साथ ही जल संसाधन विभाग समेत कुछ अन्य विभागों में भी सरकारी ठेकेदारी का काफी बड़ा कारोबार है. छापेमारी में आयकर के 200 से अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों को लगाया गया था. उनकी सुरक्षा में 50 केंद्रीय अर्ध सैनिक बल के जवान तैनात किये गये थे.
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आयकर की छापेमारी पर राज्य के वित्त, वाणिज्य और संसदीय कार्यमंत्री विजय कुमार चौधरी ने गुरुवार को कहा था कि केंद्र की भाजपा सरकार को सत्ता से बेदखल करने के लिए बिहार में आज विपक्षी दलों की बड़ी बैठक होने वाली है. उन्होंने संभावना जतायी है कि बैठक को प्रभावित करने के उद्देश्य से इडी और आइटी की टीम को भेजा गया है. चौधरी ने कहा कि केंद्र को जो करना है कर ले, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं मिलने वाला है. मेरे संबंधी अजय कुमार लंबे समय से कारोबार में हैं और बिहार में सबसे अधिक टैक्स देने वाले लोगों में से एक हैं. ऐसे में लोगों ने क्यों उनके यहां इडी व आयकर की टीम को भेजा है, यह समझ से परे है. हो सकता है कि वे हमारे संबंधी हैं, इसलिए तो उनके यहां उनको भेजा गया है. मंत्री ने कहा कि वे जदयू कोटे से मंत्री हैं और कारू सिंह संबंधी हैं, यह भी छापे का कारण हो सकता है.