पटना. निगरानी जांच के दायरे में फंसे 93 हजार से अधिक शिक्षकों में से 90 हजार शिक्षकों के नाम शिक्षा विभाग को हासिल हो चुके हैं. जिला शिक्षा अधिकारियों ने इसकी जानकारी शिक्षा विभाग के बताये माध्यम से साझा की है़
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक मंगलवार को विशेष रूप से डेवलप किये गये पोर्टल पर इन सभी शिक्षकों के नाम अपलोड कर दिये जायेंगे़ जिला शिक्षा पदाधिकारियों ने उन 90 हजार शिक्षकों के नाम विभाग को सौंप दिये हैं, जिनके शैक्षणिक और प्रशिक्षण संबंधी प्रमाण पत्र नियोजन इकाइयों की तरफ से मिसिंग बताये गये थे़
90 हजार शिक्षकों को अपलोड करनेे होंगे दस्तावेज : इसके बाद इन 90 हजार से अधिक नियोजित शिक्षकों को अपने शैक्षणिक एवं प्रशिक्षण संबंधी दस्तावेज इसी वेब पोर्टल पर अपलोड करने होंगे़
इन अपलोड दस्तावेजों की जांच निगरानी विभाग करेगा़ इधर शिक्षा विभाग ने जिला शिक्षा अधिकारियों से कहा है कि बाकी तीन हजार उन शिक्षकों के नाम बताएं, जिन्होंने नियोजन इकाइयों को अपने शैक्षणिक एवं प्रशिक्षण संबंधी दस्तावेज जमा नहीं कराये हैं.
इधर शिक्षा विभाग इस बात पर कायम है कि जिन शिक्षकों के मिसिंग दस्तावेज जमा नहीं किये, उन्हें बाहर कर दिया जायेगा़ इसके लिए वह अपने जिला शिक्षा पदाधिकारियों के जरिये सभी संबंधित शिक्षकों को चेता चुका है़
उल्लेखनीय है कि हाइकोर्ट के आदेश पर 2006 से 2015 के दरम्यान चयनित हुए शिक्षकों के दस्तावेजों की जांच की जानी है़ इनमें करीब तीन लाख शिक्षक जांच के दायरे में आये हैं. इनमें दो लाख से अधिक शिक्षकों के दस्तावेज की जांच निगरानी विभाग कर रहा है़
शेष करीब 93 हजार शिक्षकों के दस्तावेज नियोजन इकाइयों ने निगरानी को नहीं सौंपे थे़ नियोजन इकाइयों का कहना था कि इन शिक्षकों के दस्तावेज खो गये हैं. जबकि जांच एजेंसियों का मानना है कि इन दस्तावेजों में काफी दस्तावेज छद्म हो सकते हैं. अब शिक्षकों पर जिम्मेदारी है कि वह खुद दस्तावेज शिक्षा विभाग के वेब पोर्टल पर अपलोड करें.
शिक्षा विभाग अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने कहा कि करीब 90 हजार से अधिक शिक्षकों के नाम जिला शिक्षा पदाधिकारियों ने उपलब्ध कराये हैं, जिनके अब दस्तावेज ऑनलाइन जमा कराये जाने हैं. इस मामले में सभी शिक्षकों के नाम वेब पोर्टल पर जल्दी ही अपलोड कर दिये जायेंगे़ इसके बाद उन शिक्षकों से ऑनलाइन दस्तावेज जमा कराने का मौका दिया जायेगा़
Posted by Ashish Jha