पटना. राज्य के लगभग सभी जिलों में शुक्रवार को भी दिन भर चक्रवात गुलाब का असर रहा. आपदा प्रबंधन विभाग के मुख्यालय में बनी टीम जिलों से रिपोर्ट लेती रही और देर शाम तक किसी जिले से आपदा की खबर विभाग को नहीं मिली. बावजूद इसके आपदा विभाग ने जल संसाधन विभाग के इंजीनियरों के माध्यम से गंगा अन्य नदियों के जल स्तर पर निगरानी बढ़ा दी है, ताकि जल स्तर में बढ़ोतरी होने पर लोगों को सतर्क किया जा सकें.
वर्तमान में बाढ़ से सहरसा व समस्तीपुर के चार प्रखंडों के अंतर्गत कुल 16 पंचायत आंशिक एवं पूर्ण रूप से अब भी प्रभावित है. वहीं, अन्य नदियां डेंजर लेबर से नीचे है, लेकिन बिहार से सटे जिलों में पिछले दो दिनों से तेज हो रही है. साथ ही, मौसम विभाग ने चार अक्तूबर तक चक्रवात का असर रहने की बात कहीं है. इस कारण नदियों के जल स्तर की निगरानी अधिकारियों के माध्यम से बढ़ा दी गयी है.
आपदा प्राधिकरण बदले मौसम की जानकारी को लेकर अलर्ट मैसेज भेजती है. इस मैसेज से भी ग्रामीण इलाकों के लोगों को काफी सहूलियत हो रही है. उन्हें भी उनके क्षेत्र के बारे में जानकारी मिल रही है. मौसम विभाग की ओर से जारी एडवाइजरी में तेज व हल्की बारिश के साथ ठनका गिरने को लेकर अलर्ट किया गया है. ऐसे में इस एसएमएस से ग्रामीण इलाकों के लोगों को मदद पहुंच रही है.
आपदा प्रबंधन विभाग ने नवादा, जमुई, शेखपुरा, मुंगेर, खगड़िया, बेगूसराय, नालंदा जहानाबाद, लखीसराय, पटना, अरवल, गया, औरंगाबाद, बांका, भागलपुर, वैशाली, समस्तीपुर, भोजपुर, सारण, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, सहरसा, मधेपुरा, अररिया,सुपौल मधुबनी एवं सीतामढ़ी शामिल है. विभाग की ओर से इन सभी जिलों के डीएम को दाे अक्तूबर तक अलर्ट रहने का निर्देश दिया है.
विभाग ने कहा है कि मौसम विज्ञान केंद्र के दो तक इन जिलों में भारी वर्षापात होने की संभावना है. साथ ही, तेज हवा चलने की भी संभावना हे. ऐसे में आकस्मिक स्थिति से निबटने के लिए सभी अलर्ट रहें. वहीं, लोगों को पूर्वानुमान को लेकर चेतावनी जारी करते रहे. दूसरी ओर फील्ड में तैनात एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीम को अलर्ट रहने का निर्देश दिया है.
Posted by Ashish Jha