सबसे पहले बिहार में सीट शेयरिंग पर बनेगी बात, I-N-D-I-A में कांग्रेस का प्लान और जदयू-राजद की रस्साकसी जानिए..

इंडिया गठबंधन में बिहार में सबसे पहले सीट शेयरिंग पर बात बनेगी. विपक्षी दलों के बीच लगातार सीट शेयरिंग को लेकर मंथन चल रहा है. कांग्रेस ने दिल्ली में इसे लेकर अहम बैठक की है. जबकि जदयू और राजद के बीच भी बातचीत जारी है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 27, 2023 10:52 AM
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India Alliance News : वर्ष 2024 में होने जा रहे लोकसभा चुनाव के मद्देनजर एनडीए के खिलाफ इंडिया गठबंधन का ‘बीज’ बिहार के नेताओं की पहल पर रोपा गया. अब उसी इंडिया गठबंधन में बिहार में सबसे पहले सीट शेयरिंग का मॉडल प्रस्तुत करने जा रहा है. दरअसल बिहार के घटक दलों के बीच कमोबेश अधिकतर सीटों पर समझ बन चुकी है. खासतौर पर लोकसभा में राजद और जदयू के बीच शीट शेयरिंग को लेकर बातचीत अंतिम दौर में है.

राजद और जदयू के बीच क्या है रस्साकसी?

इस संदर्भ में बता दें कि लोकसभा चुनाव में बिहार में इंडिया गठबंधन के दो प्रमुख घटक दलों राजद और जदयू के बीच ‘बड़े भाई’ की भूमिका को लेकर रस्साकसी चल रही है. सर्व विदित तथ्य है कि पिछले लोकसभा चुनावों में इंडिया गठबंधन के मुख्य घटक दल जदयू के पास 16 सीटें हैं. राजद के पास लोकसभा में एक भी सांसद नहीं हैं. हालांकि राजद विधानसभा में राज्य में सबसे बड़ा दल है. बदली हुई सियासी परिस्थिति में राजद अपने को घटक दलों में अगुआ साबित करना चाहता है. वहीं जदयू लोकसभा चुनाव में पुराने स्टेटस को बरकरार रखना चाहता है.

सीट बंटवारे पर कबतक बनेगी बात?

फिलहाल बिहार के सियासी जानकारों के मुताबिक दोनों और के थिंक टैंक शीट शेयरिंग के मसले पर इस हफ्ता निर्णय पर पहुंचने की स्थिति में हैं. फिलहाल सियासी समीकरण में राजद के स्वाभाविक सहयोगियों की संख्या अधिक है. कांग्रेस और वाम दल के साथ साझी समझ काफी परिपक्व स्थिति में बतायी जाती है. सबसे अहम है कि शीट शेयरिंग में राजद की ओर से राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव एवं जदयू के तरफ से सबसे प्रमुख निर्णायक वार्ताकार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही हैं.

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बिहार कांग्रेस के नेताओं ने दिल्ली में बनायी रणनीति

इधर, बिहार कांग्रेस के नेताओं ने दिल्ली में आलाकमान को लोकसभा चुनाव इंडिया गठबंधन में लड़ने का सुझाव दिया. इंडिया गठबंधन में चुनाव लड़ने पर बिहार के सभी बड़े नेता सहमत थे. इसको लेकर आलाकमान ने राजद-जदयू के प्रतिनिधियों से 29 दिसंबर को दिल्ली में सीटों के बंटवारे को लेकर बैठक तय कर दी है. कांग्रेस ने पहले ही पार्टी की पांच सदस्यीय एलायंस कमेटी गठित कर दी है. नयी दिल्ली में मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे व राहुल गांधी के नेतृत्व में लगभग तीन घंटे तक चली बैठक में राज्य की सभी 40 सीटों के समीकरण व संभावना पर चर्चा की गयी. बैठक में कुल 36 नेताओं ने भाग लिया.


कांग्रेस की क्या है मंशा?

माना जा रहा है कि कांग्रेस की मंशा बिहार में लोकसभा की 10 सीटों पर प्रत्याशी उतारने की है. हालांकि समझौते के समय वह अपना रुख सकारात्मक व लचीला रखेगी. बैठक में राहुल गांधी ने कांग्रेसजनों से बिहार के ताजा राजनीतिक हालात की जानकारी ली. प्रदेश अध्यक्ष डाॅ अखिलेश प्रसाद सिंह ने कांग्रेस की संभावना वाली सीटों पर विशेष फोकस करते हुए अपनी बात रखी. चुनावी रणनीति पर आलाकमान ने प्रदेश नेताओं को सुझाव दिया. तय हुआ कि ठोस रणनीति बनाकर पार्टी चुनाव मैदान में उतरेगी. उससे पहले केंद्र की गलत नीतियों के खिलाफ आंदोलन को गति देने पर भी चर्चा की गयी. बैठक के बाद प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने कहा कि सीटों को लेकर पहली बार कांग्रेस की आधिकारिक कमेटी इंडिया गठबंधन के घटक दलों से बातचीत करेंगे. उन्होंने कहा कि राजद और वामदलों के साथ बिहार में कांग्रेस का पुराना तालमेल रहा है. जदयू नयी पार्टी आयी है. हमलोग सब मिल कर चुनाव लड़ेंगे.

राहुल गांधी ने नीतीश कुमार को किया था फोन

बताते चलें कि विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक दिल्ली में हाल में ही संपन्न हुई है. इस बैठक में सीट शेयरिंग को लेकर रणनीति बनी. तय किया गया कि प्रदेश में ही पार्टियां आपस में इसपर मंथन करेगी. अगर कोई पेंच इस दौरान फंसा तो इंडिया गठबंधन का आलाकमान इसे सुलझाएगा. वहीं पिछले दिनों राहुल गांधी ने नीतीश कुमार को फोन किया और सीट शेयरिंग पर बातचीत की. जबकि इसके अगले ही दिन तेजस्वी यादव सीएम हाउस गए और मुख्यमंत्री से उन्होंने मुलाकात की. माना जा रहा है कि सीट शेयरिंग पर दोनों की बात हुई है. लगातार इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग पर मंथन जारी है.

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