बिहार में नशे के व्यापार और तस्करी के लिए भारत-नेपाल सीमा तस्करों के लिए एक अड्डा बन चुकी है. सीमावर्ती इलाकों से आए दिन तस्करी के सामान और तस्करों को दबोचा जाता है. कभी छोटे खेप तो कभी बड़ा खेप, अक्सर सीमावर्ती इलाकों में ये तस्करों के पास से जब्त होते हैं. मादक पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए बिहार पुलिस लगातार सक्रियता बढ़ाई रहती है लेकिन तस्कर इसकी परवाह किए बगैर खेप लेकर आते हैं. बुधवार को ऐसे ही दो मामले गोपालगंज और पूर्वी चंपारण जिला से सामने आए हैं. जहां गोपालगंज में पुलिस ने दो तस्करों को 50 लाख की चरस के साथ दबोचा. वहीं पूर्वी चंपारण जिले से नेपाल जा रहे 30 लाख रुपये मूल्य के कीमती सामान बरामद किए गए.
नेपाल से गोपालगंज पहुंची 50 लाख की चरस बरामद
पहली कार्रवाई यूपी-बिहार के बलथरी चेकपोस्ट पर कुचायकोट थाने की पुलिस ने की है. जहां पुलिस ने नेपाल से गोपालगंज पहुंची 50 लाख की चरस (मादक पदार्थ) को जब्त किया है. साथ ही दो तस्करों को भी गिरफ्तार किया है. जब्त चरस को नेपाल से कुचायकोट लाया गया था, जहां से दूसरे राज्यों में सप्लाइ की जानी थी. गिरफ्तार दोनों तस्करों की पहचान कुचायकोट थाना क्षेत्र के शीतल बरदाहा निवासी अवध कुमार यादव और राजेश यादव के रूप में की गयी है. पुलिस दोनों चरस तस्करों से सख्ती से पूछताछ करने में जुटी हुई है. अंतरराष्ट्रीय सिंडिकेट से जुड़े तस्करी के नेटवर्क को ध्वस्त करने में पुलिस जुटी हुई है.
गुप्त सूचना मिलने पर बढ़ाई गई थी सख्ती
प्रशिक्षु डीएसपी सह कुचायकोट की थानाध्यक्ष साक्षी राय ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि नेपाल से गोपालगंज के रास्ते होकर दूसरे राज्यों में चरस की सप्लाइ होने वाली है. सूचना मिलते ही अपर थानाध्यक्ष मनोज कुमार व पुलिस अवर निरीक्षक शैलेंद्र कुमार पप्पू के नेतृत्व में एक टीम का गठन कर थाना क्षेत्र के बलथरी चेक पोस्ट पर वाहनों की जांच में सख्ती बढ़ा दी गयी. जांच के दौरान गोपालगंज की तरफ से उत्तर प्रदेश जाने वाली लेन पर एक बाइक सवार दो लोगों को रोककर पुलिस ने जब उनकी सघन तलाशी ली, तो उनके पास से दो बैगों में छिपा कर रखी गयी 12.5 किलो चरस बरामद की गयी. वहीं, तीन मोबाइल भी जब्त किये गये.
बलथरी चेकपोस्ट पर पहले भी पकड़ा गया है नशीला पदार्थ
पुलिस बाइक सवार दोनों तस्करों से पूछताछ कर इनके नेटवर्क को खंगालने में जुटी है. अन्य थानों से संपर्क कर पुलिस गिरफ्तार किए गए तस्करों के पिछले आपराधिक इतिहास की जानकारी एकत्रित कर रही है. पूछताछ से इस बात की जानकारी पुलिस को लगी है कि इस नेटवर्क के तार नेपाल से जुड़े हैं. पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुटी है. बता दें कि इसके पहले भी यूपी-बिहार के बलथरी चेकपोस्ट पर गांजा और चरस के साथ स्मैक को भी पुलिस बरामद कर चुकी है. नेपाल से मादक पदार्थों की लगातार हो रही तस्करी को रोकने के लिए पुलिस ने एक-एक वाहन की सख्ती से जांच शुरू कर दी है.
झरौखर क्षेत्र से 30 लाख रुपये मूल्य का तस्करी का सामान जब्त
इधर, पूर्वी चंपारण जिले के सीमावर्ती खरसलवा बॉर्डर के निकट एसएसबी की 20वीं बटालियन, कस्टम तथा झरौखर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में तस्करी के लिए नेपाल ले जाए जा रहे लगभग 30 लाख रुपये मूल्य के कीमती सामान को बरामद किया है . उक्त कार्रवाई गुप्त सूचना के आधार पर भारत नेपाल सीमा के खरसलवा बॉर्डर के पिलर संख्या 355 के निकट की गयी है. देर रात नेपाल भेजने के निमित उक्त समानों को बॉर्डर से लगभग सौ मीटर अंदर एक मुर्गी फार्म के पीछे छुपा कर रखा गया था.
जब्त सामान की हो रही गिनती
20वीं वाहिनी एसएसबी भंगहा के इंस्पेक्टर सर्वेश कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी की खरसलवा बॉर्डर के रास्ते नेपाल में भारी मात्रा में सामान की खेप जाने वाली है, जिसको लेकर सभी एजेंसियों से सम्पर्क स्थापित कर छापेमारी की गयी है. जब्त सामान में लगभग तीन सौ बैग गेंहू एवं मक्का के बीज, कपड़ा के बंडल, चप्पल जूता के कई बोरी, लाखों के हार्डवेयर समान, कंबल सहित अन्य समान मौजूद थे. कस्टम विभाग के देख रेख में जब्त सामान की गिनती चल रही है. झरौखर थानाध्यक्ष शशिभूषण शर्मा ने बताया कि जब्त समानों को पिकअप एवं ट्रैक्टर के माध्यम से मोतिहारी कस्टम कार्यालय को सुपुर्द करने हेतु भेजी जा रही है.