Bihar News : कोरोना संक्रमण के बाद पिछले 10 महीने से बंद भारत-नेपाल बॉर्डर अब आवाजाही को लेकर खुलने लगा है. बुधवार की सुबह से बैरगनिया-गौर (नेपाल) बॉर्डर का मुख्य नाका खुल गया. हालांकि अभी पैदल ही दोनों देश के नागरिक आवाजाही कर सकेंगे. वाहनों के परिचालन पर अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है.
जानकारी के मुताबिक सुबह लगभग 5.30 बजे भारत-नेपाल बॉर्डर की सुरक्षा में तैनात सशस्त्र सीमा बल(एसएसबी) 20 वीं बटालियन के अधिकारियों ने बैरगनिया मुख्य बॉर्डर पर स्थित नाका का बैरियर खोल दिया. हालांकि जिले के सोनबरसा-मलंगवा (नेपाल) तथा भिट्ठामोड़ (नेपाल) मुख्य बॉर्डर खोलने को लेकर अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है. उक्त दोनों बॉर्डर पर सुरक्षा में तैनात सशस्त्र सीमा बल(एसएसबी) 51 वीं बटालियन के अधिकारियों ने मुख्य बॉर्डर पर नाका का बैरियर बंद होने की बात कही है.
वैसे इन दोनों बॉर्डर के आउट साइड से पैदल आवाजाही की जा रही है. सोनबरसा बीओपी कंपनी कमांडर विशन दासगुप्ता ने बताया कि अभी बटालियन की ओर से बॉर्डर खोलने का आदेश नहीं दिया गया है. नेपाल के रौतहट जिले के प्रमुख जिलाधिकारी ने नेपाली मीडिया को बताया कि नेपाल में प्रवेश करनेवाले भारतीय नागरिकों को कोविड-19 का पालन करना जरूरी किया गया है. बगैर वाहन के उन्हें सशर्त प्रवेश की अनुमति दी गयी है. बॉर्डर खुलने से बैरगनिया बाजार की रौनक लौटी है.
बड़ी संख्या में नेपाल से लोग खरीदारी करने पहुंचे. सशस्त्र सीमा बल(एसएसबी) 20 वीं बटालियन के कमांडेंट तपन दास ने बैरगनिया-गौर बॉर्डर खुलने की पुष्टि की है. कहा है कि अभी लोग पैदल ही आ-जा सकते हैं. उधर, नेपाल की ओर से 29 जनवरी को ही नेपाल के सीमावर्ती जिला रौतहट, मलंगवा, भिट्ठामोड़ समेत 33 मुख्य बॉर्डर को पैदल आवाजाही को लेकर खोल दिया गया था. मालूम हो कि कोरोना संक्रमण को लेकर 24 मार्च 2020 से ही भारत-नेपाल सीमा को सील किया गया था. सीमा खोले जाने को लेकर पिछले दिनों नेपाल की ओर से आंदोलन भी किया गया था
Posted By : Avinish kumar mishra