मैनाटांड़/सिकटा/रक्सौल/घोड़ासहन. नेपाल में स्थानीय निकाय चुनाव 13 मई को है. बुधवार से 72 घंटे के लिए भारत-नेपाल की अंतरराष्ट्रीय सीमा सील रहेगी. इस दौरान लोगों का आवागमन पूरी तरह से बंद रहेगा. हालांकि भारत में काम करने वाले नेपाली नागरिक जो मतदान के लिए जाना चाहते हैं, उन्हें अपना पहचान पत्र दिखाना होगा. नेपाली प्रशासन के द्वारा सीमा बंदी को लेकर भारतीय प्रशासन को भी अवगत करा दिया गया है. परिचय पत्र दिखाने के बाद नेपाली नागरिकों को केवल मुख्य भंसार नाके से ही प्रवेश की अनुमति रहेगी.
ग्रामीण रास्ते पर नेपाल एपीएफ का पहरा रहेगा और इधर से आने-जाने पर पूरी तरह से पाबंदी रहेगी. इस दौरान मालवाहक वाहनों की भी आवाजाही बंद रहेगी. सिर्फ इमरजेंसी सेवा वाली गाड़ियां आ-जा सकेंगी. एसएसबी के 47वीं बटालियन के सिकटा बीओपी प्रभारी मनोज कुमार ने बताया कि शादी विवाह को देखते हुए सीमा सील में कुछ छूट दी गयी है. शादी के लिए छोटे फोर व्हीलर के चार वाहनों समेत एंबुलेंस को आने-जाने की अनुमति है. बाकी दो पहिया समेत पैदल आने-जाने पर रोक रहेगी. एसएसबी 71 बटालियन के डिप्टी कमांडेंट ब्रजेश राय ने बताया कि 14 मई से आवागमन सामान्य रूप से बहाल कर दिया जाएगा.
भारत-नेपाल बार्डर पर आवाजाही करने वाले लोगों को सुरक्षा जांच के साथ ही प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी. आज शाम से एक दूसरे देश से किसी भी नागरिक की आवाजाही पर पूर्ण रूप से रोक लग जाएगी. ऐसे में इमरजेंसी सेवा के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था की गयी है. अगर कोई व्यक्ति बीमार है तो उसे एंबुलेंस के जरिए सुरक्षा व्यवस्था के बीच नेपाल जा सकते हैं. इसके अलावा अन्य किसी भी प्रकार के लोगों को भारत से नेपाल और नेपाल से भारत आने पर पाबंदी रहेगी.