Indian Army: युद्ध हताहत कल्याण कोष में योगदान को ‘मां भारती के सपूत’ वेबसाइट लांच, जानें क्या होगा फायदा

सरकार ने सक्रिय युद्ध अभियानों के दौरान मारे गये या दिव्यांग सैनिकों के लिए बड़ी संख्या में कल्याणकारी योजनाएं शुरू की हैं, फिर भी नागरिकों, कॉरपोरेट प्रमुखों, बैंकों और उद्योगपतियों की ओर से सैनिकों और उनके परिवार वालों के कल्याण के लिए योगदान करने की एक मजबूत जनभावना और अनुरोध रहा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 19, 2022 5:49 AM

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नयी दिल्ली में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक परिसर में आयोजित एक समारोह में सशस्त्र सेना युद्ध हताहत कल्याण कोष (AFBCWAF) में आम नागरिकों के योगदान के लिए ‘मां भारती के सपूत’ वेबसाइट www.maabharatikesapoot.mod.gov.in लांच किया है. एएफबीसीडब्ल्यूएफ एक त्रि-सेवा कोष है, जिसका उपयोग उन सैनिकों/नौसेनिकों/वायुसैनिकों के वैसे परिवारों को तत्काल वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने के लिए किया जाता है, जो सक्रिय सैन्य अभियानों में बलिदान दे देते हैं या गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं. देश के सभी कमान को इस संबंध में पत्र भेज कर इससे अवगत कराया गया है.

वेबसाइट से सीधे भेज सकते हैं फंड

पत्र के मुताबिक, सरकार ने सक्रिय युद्ध अभियानों के दौरान मारे गये या दिव्यांग सैनिकों के लिए बड़ी संख्या में कल्याणकारी योजनाएं शुरू की हैं, फिर भी नागरिकों, कॉरपोरेट प्रमुखों, बैंकों और उद्योगपतियों की ओर से सैनिकों और उनके परिवार वालों के कल्याण के लिए योगदान करने की एक मजबूत जनभावना और अनुरोध रहा है. इसे देखते हुए यह वेबसाइट बनायी गयी है. यह वेबसाइट लोगों को सीधे फंड में ऑनलाइन योगदान करने में सक्षम बनायेगी. इसमें ऑनलाइन योगदान का प्रमाण पत्र भी डाउनलोड किया जा सकता है.

इन खातों में वैकल्पिक रूप से योगदान सीधे सशस्त्र बल युद्ध हताहत कल्याण कोष के खाते में किया जा सकता है

खाता संख्या – 01

कोष का नाम : सशस्त्र बल युद्ध हताहत कल्याण कोष

बैंक का नाम : केनरा बैंक, साउथ ब्लॉक, रक्षा मुख्यालय नयी दिल्ली-110011

आइएफएससी कोड : CNRB0019055

खाता संख्या : 90552010165915

खाते का प्रकार : बचत

खाता संख्या – 02

फंड का नाम : सशस्त्र बल युद्ध हताहत कल्याण कोष

बैंक का नाम : भारतीय स्टेट बैंक, संसद मार्ग, नई दिल्ली-110011

आइएफएससी कोड : SBIN0000691

खाता संख्या : 40650628094

खाते का प्रकार : बचत

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