दक्षिण-पश्चिम मॉनसून उत्तर के अलावा दक्षिण बिहार में भी सक्रिय हो गया है. बुधवार की सुबह से ही पटना, सीवान, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, वैशाली, नालंदा राज्य के सभी 38 जिलों में बारिश हुई है.मौसम विज्ञान केंद्र ने आगामी तीन दिनों के लिए प्रदेशभर में भारी बारिश के लिए रेड अलर्ट, मध्यम बारिश-वज्रपात के लिए औरंज अलर्ट और मध्यम दर्जे की बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है.
मौसम केंद्र के अलर्ट के बाद राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने प्रदेशवासियों को बिना काम के बाहर न निकलने की सलाह दी है। मुजफ्फरपुर के डीएम प्रणव कुमार ने जिले वासियों से अपील की है कि अगले 3 दिनों तक विशेष सावधानी और सतर्कता बरतें तथा घरों में रहे. विशेष परिस्थिति में ही घर से बाहर निकले. उन्होंने अभिभावकों से अपील की है कि बच्चों को नदियों में स्नान करने को न जाने दें. जिलाधिकारी द्वारा सभी विभागों को तथा जल संसाधन विभाग के अभियंताओं को नदियों के जलस्तर में तेजी को देखते हुए अलर्ट मोड में रहने का निर्देश दिया है तथा उन्हें क्षेत्र में कैंप करने का भी निर्देश दिया गया है.सभी आक्राम्य एवं संवेदनशील स्थलों पर तटबन्धों की मरम्मती करना सुनिश्चित करें. साथ ही सभी अंचल अधिकारियों को भी निर्देश दिया गया है कि वे स्थिति पर नजर बनाए रखें. जिला आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बताया गया कि जिले में अभी बाढ़ की स्थिति नहीं है. सभी मुख्य तटबंध सुरक्षित हैं. संभावित बाढ़ के मद्देनजर सभी तैयारियां मुकम्मल की जा चुकी है.
वज्रपात से भोजपुर में 02, औरंगाबाद में 01, मुजफ्फरपुर में 01 एवं समस्तीपुर में 01 व्यक्ति की मौत पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मर्माहत हैं और उन्होंने प्रभावित परिवारों के प्रति अपनी गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है. मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में वे प्रभावित परिवारों के साथ हैं. मुख्यमंत्री ने सभी मृतक के परिजनों को तत्काल चार – चार लाख रुपए अनुग्रह अनुदान देने के निर्देश दिये हैं. मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि सभी लोग खराब मौसम में पूरी सतर्कता बरतें. खराब मौसम होने पर वज्रपात से बचाव के लिये आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा समय-समय पर जारी किये गये सुझावों का अनुपालन करें. खराब मौसम में घरों में रहें और सुरक्षित रहें.