Indian Postal Department: खाते में जमा किया 15 लाख, पासबुक में बैलेंस जीरो, जाने कैसे खाते से उड़े 40 लाख
सीतामढ़ी के डाकघर में जमा 20 ग्राहकों के 40 लाख रुपये गायब हो गए हैं. ग्राहकों को इस बात का पता तक चला जब उन्होंने अपना पोस्टल बैंक का पास बुक अपडेट कराया. विभाग ने मामले की जांच की तो पता चला कि कई ग्राहकों के पैसे गायब है. मामले में अभिकर्ता व तीन कर्मी पुलिस की पकड़ से बाहर है.
सीतामढ़ी परिहार डाकघर के कर्मियों ने ग्राहकों को कहीं का नहीं छोड़ा. जैसे-तैसे बचत कर डाकघर में जमा कराये गये पैसे पर कर्मियों का डाका पड़ने से ग्राहक हैरान, परेशान व बेचैन है. वे समझ नहीं पा रहे है कि अब करें. जमा राशि गबन करने वालों से वसूली के लिए कुछ ग्राहक किसी भी हद तक जाने का मूड बना रहे है. फिलहाल गबन में आरोपित अभिकर्ता व तीन कर्मी पुलिस की पकड़ से बाहर है. प्राथमिकी के करीब 29 दिन पूरे हो चुके है. लेकिन कतिपय कारणों से पुलिस इन घोटालेबाजों के गिरेवान तक पहुंचने से हिचकिचा रही है. पुलिस की इस कथित दरियादिली से ग्राहकों में आक्रोश है और वे मेहनत की गाढ़ी कमाई को हजम करने वालों को जेल की सलाखों में देखना चाहते है. कर्मियों के इस विश्वासघात के चलते करीब दो दर्जन ग्राहकों के घरों में करीब एक माह से ठीक से चूल्हे नहीं जल रहे है. इधर, मामले का अनुसंधान कर रहे पुअनि ओमपुकार ने बताया कि डाकघर से कागजातों की मांग की गई थी, जो अबतक नही मिली है.
जमा कराया था 13 लाख, बैलेंस शून्य
परिहार प्रखंड परिहार अंसारी टोला के इरफान शाह ने खुद के आलावा अपनी मां व पत्नी के नाम पर परिहार डाकघर में 13 लाख रुपया जमा कराया था. डाकघर में अपना पासबुक अपडेट कराया. कर्मियों से जवाब सुन इरफान हैरान/परेशान हो गया. बताया गया कि उसे निर्गत पासबुक पर अंकित खाता नंबर दूसरे के नाम पर है और इस खाता में राशि शून्य है.
मां को हज नहीं करा सकेगा इरफान
3 लाख में से खाते में एक चव्वनी भी नही होने की बात सुनने के बाद से इरफान काफी चिंतित है. उसे कुछ समझ में नही आ रहा है कि आखिर उसे किस खता की सजा कर्मियों ने दी है. बड़ी राशि के घोटाले से हताश व निराश इरफान ने प्रभात खबर को बताया कि काफी मेहनत कर मां को हज कराने के लिए पैसे जमा किये थे. इसके आलावा बिटिया की शादी धूम – धाम से करने के लिए भी डाकघर में पैसे जमा कराये थे. लगता है अब मां को हज कराने का सपना शायद ही पूरा हो पायेगा.
अभिकर्ता के पति भी संलिप्त
फिलहाल लाखों के घोटाले का मुख्य सूत्रधार परिहार के ही डाककर्मी मो. समसुल होदा को माना जा रहा है. विभाग की ओर से प्राथमिकी में भी आरोपितों में पहला नाम होदा का ही है. आरोपित में अभिकर्ता कृति कुमारी भी शामिल है. बताया गया है कि कृति के पति मनोज कुमार है. वह लोकल है. वर्षों से पत्नी का डाकघर से संबंधित कार्य वही करता था. ग्राहकों के बीच मनोज ही रहता था. इस कारण वह ग्राहकों का विश्वासपात्र बन चुका था. ग्राहकों की माने, तो मनोज ने उनके विश्वास का गला घोंट दिया.