Loading election data...

भारतीय डाक विभाग 6वीं से 9वीं तक के छात्रों को दे रहा है छात्रवृत्ति, जाने कैसे और कितना मिलेगा पैसा

डाक विभाग के द्वारा छात्रों के छात्रवृत्ति देने के लिए नयी योजना शुरु की गयी है. विभाग के द्वारा इस योजना की शुरूआत छात्रों के बीच डाक टिकट के संग्रह को बढ़ावा देने के लिए शुरु की गयी है. इस योजना का नाम दीनदयाल स्पर्श छात्रवृत्ति योजना है. इसका लाभ 6वीं से लेकर 9वीं तक के बच्चे ले सकते हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 24, 2022 8:38 PM

भारतीय डाक विभाग के द्वारा 6वीं से 9वीं तक के बच्चों के लिए छात्रवृत्ति योजना की शुरुआत की गयी है. विभाग के द्वारा बच्चों के बीच डाक टिकट के संग्रह को बढ़ावा देने के लिए योजना की शुरूआत की गयी है. योजना का नाम दीनदयाल स्पर्श छात्रवृत्ति योजना (Deendayal Sparsh Scholarship Scheme) है. इस योजना के तहत डाक टिकट संग्रह में रुचि रखने वाले छात्रों को प्रतिवर्ष छह हजार रुपये की राशि दी जाएगी. इसके जरिये डाक टिकट में रुचि और इस क्षेत्र में अनुसंधान को बढ़ावा दिया जा रहा है. योजना के बारे में बिहार डाक मंडल (Bihar Postal Circle) की ओर से प्रेस रिलीज जारी कर जानकारी दी गई है. इसका आवेदन छात्र-छात्राएं डाक अधीक्षक कार्यालय में 29 अगस्त तक जमा कर सकते हैं.

25 सितंबर को होगा छात्रवृत्ति परीक्षा

डाक विभाग के द्वारा छात्रवृत्ति के लिए 25 सितंबर को टेस्ट देना होगा. इस परीक्षा में इतिहास, भूगोल, विज्ञान, खेल, संस्कृति आदि में विषय से प्रश्न पूछे गए. कक्षा 6वीं से 9वीं तक के 10-10 छात्रों को छात्रवृति दी जाएगी. परीक्षा पास करने वाले छात्र को हर महीने 500 रुपये दिए जाएंगे. इस बीच सबसे जरूरी बात ये है कि जो भी छात्र परीक्षा में शामिल होंगे उनके भारत के किसी बोर्ड से मान्यता प्राप्त स्कूल का विद्यार्थी होना जरूरी होगा.

आवेदक का शैक्षणिक रिकार्ड भी रखेगा मायने

डाक विभाग के इस छात्रवृति योजना में आवेदन करने वाले छात्र के विद्यालय को फिलाटेल क्लब का सदस्य होना जरूरी है. इसके साथ ही उसका शैक्षणिक रिकार्ड भी अच्छा होना जरूरी है. छात्र को अपने पिछली परीक्षा में कम से कम 60 प्रतिशत अंक के साथ पास होना जरूरी होगा या 60 प्रतिशत अंक के समकक्ष ग्रेड होना चाहिए. इसमें अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों के लिए 5 फीसद की छूट दी जाती है. गौरतलब है कि इस परीक्षा के जरिए छात्रों को डाक टिकट के संग्रह और इसके इतिहास के बारे में जानकारी दी जा रही है.

Next Article

Exit mobile version