Indian Railway: सोनपुर जंक्शन पर रेल दुर्घटना की हुई मॉक ड्रिल, पढ़िए पूरी खबर..
Indian Railway मॉक ड्रिल में मंडल के 5 डॉक्टर्स सहित कुल 22 मेडिकल स्टाफ तथा इंजीनियरिंग, मेकैनिकल, इलेक्ट्रिकल आदि विभागों के करीब 100 से ज्यादा कर्मचारी शामिल थे.
बिहार के सोनपुर स्टेशन पर गुरुवार की सुबह 9:08 बजे रेल हादसा हो गया. हादसे में करीब 50 यात्री एक बोगी में फंस गए. जिनमें एक यात्री गंभीर रुप से जख्मी है. उक्त सूचना के आलोक में सोनपुर जंक्शन पर इमरजेन्सी हूटर जोर – जोर से बजने लगा. जिसे सुनते ही सोनपुर मंडल का दुर्घटना सहायता तंत्र तत्काल सक्रिय हो गया. इसकी सूचना मंडल कार्यालय को भी दी गई. सूचना मिलते ही ट्रेन के प्रभावित कोच में करीब 40 से 50 यात्री फंसे हुए हैं. जिनमें एक यात्री गंभीर रुप से जख्मी है. सूचना मिलते ही तत्काल मंडल के दुर्घटना सहायता यान को दुर्घटना स्थल के लिए रवाना कर दिया गया. इसके साथ ही रेलवे के सीनियर अधिकारी, कर्मचारी, स्थानीय पुलिस एवं प्रशासन के लोग भी दुर्घटना स्थल के लिए रवाना हो गए.
युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य शुरू
घटनास्थल पर दुर्घटना सहायता यान के पहुंचते ही युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है. इस बचाव कार्य मे एनडीआरएफ की भी मदद ली गई. रेस्क्यू के दौरान बचाव दल द्वारा डिब्बों को कटर से काटा गया तथा डिब्बे की छत को काटकर घायल लोगों को बाहर निकाला गया. सामान्य रूप से घायल यात्रियों का दुर्घटना स्थल पर ही उपस्थित डॉक्टर्स तथा पैरामेडिकल स्टाफ द्वारा प्राथमिक उपचार कर छोड़ दिया गया. लेकिन गंभीर रूप से घायल यात्रियों को तत्काल मंडल चिकित्सालय, सोनपुर लाया गया.
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मॉक ड्रिल में 5 डॉक्टर्स 22 मेडिकल स्टाफ ते शामिल
लगभग डेढ़ घंटे बाद एडीआरएम -2 एम एम प्रसाद ने सूचित किया कि यह एक मॉक ड्रिल है जिसे कर्मचारियों की तत्परता की जांच हेतु आयोजित किया गया है. इस दुर्घटना सहायता एवं बचाव कार्य के मॉक ड्रिल में सहायता तथा बचाव के सभी कार्य ठीक उसी प्रकार किए गए जैसा कि वास्तविक दुर्घटना के बाद रेस्क्यू के दौरान किए जाते हैं. मॉक ड्रिल में मंडल के 5 डॉक्टर्स सहित कुल 22 मेडिकल स्टाफ तथा इंजीनियरिंग, मेकैनिकल, इलेक्ट्रिकल आदि विभागों के करीब 100 से ज्यादा कर्मचारी शामिल थे. मॉक ड्रिल के बाद मंडल रेल प्रबंधक विवेक भूषण सूद ने इसे पूरी तरह सफल बताया. उन्होंने सभी कमर्चारियों एवं अधिकारियों की तत्परता की सराहना करते हुए कहा कि मंडल द्वारा समय – समय पर दुर्घटना सहायता हेतू सहायता एवं बचाव प्रबंध तथा कर्मचारियों की तत्परता की जांच हेतु इस तरह के मॉक ड्रिल आयोजित करता है.