Indian Railway: हॉल्ट निर्माण को लेकर ग्रामीणों ने रोका ट्रेन, इस रूट की ट्रेन हुई लेट
Indain Railway के सकरी-हरनगर रेल मार्ग पर बैगनी में हॉल्ट निर्माण की मांग को लेकर संघर्ष समिति के बैनर तले सझुआर, बैगनी आदि गांव के लोगों ने सवारी गाड़ी 05591 को रोक घंटों प्रदर्शन किया.
Indain Railway के सकरी-हरनगर रेल मार्ग पर बैगनी में हॉल्ट निर्माण की मांग को लेकर संघर्ष समिति के बैनर तले सझुआर, बैगनी आदि गांव के लोगों ने सवारी गाड़ी 05591 को रोक घंटों प्रदर्शन किया. ट्रेन को बीच रास्ते में ही रोक दिये जाने से उसमें सवार यात्रियों को गंतव्य तक जाने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा. इस दौरान लोगों ने रेल प्रशासन व स्थानीय सांसद के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. रेलवे हॉल्ट संघर्ष समिति के अध्यक्ष रामधनी झा ने कहा कि इस रेल लाइन पर ट्रेनों का परिचालन चार दिसंबर 2008 को तत्कालीन रेल मंत्री द्वारा शुरू किया गया था. उसी दिन यहां हॉल्ट निर्माण की घोषणा की गयी थी.
जमीन अधिग्रहण के बाद भी नहीं हुआ निर्माण
रामधनी झा ने कहा कि रेल प्रशासन द्वारा इसके तहत ढाई एकड़ जमीन भी अधिग्रहण कर ली गयी थी. इसे लेकर कई बार धरना-प्रदर्शन, रेल रोको आंदोलन, बुद्धि-शुद्धि यज्ञ हुआ, लेकिन रेल प्रशासन द्वारा राजनीतिक षड्यंत्र के तहत यहां हॉल्ट निर्माण को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया. वहीं इसी मार्ग के प्रस्तावित स्थल से कुछ ही दूरी पर एक हॉल्ट की स्वीकृत दे दी गयी है. उन्होंने कहा कि इस स्थान पर जबतक हॉल्ट निर्माण की घोषणा नहीं की जायेगी, ट्रेनों का परिचालन बंद रखा जायेगा.
अधिकारियों ने ग्रामीणों से की वार्ता
ग्रामीणों द्वारा रेल रोको आंदोलन की सूचना पर यातायात निरीक्षक सत्य प्रकाश, आरपीएफ इंस्पेक्टर बृजेश कुमार, जीआरपी थानाध्यक्ष रामजी उपाध्याय, सीओ भुवनेश्वर झा, बहेड़ा थानाध्यक्ष राज कपूर कुशवाहा, बहेड़ा इंस्पेक्टर बीके झा आदि पहुंचे. आंदोलनकारियों से वार्ता कर रेल परिचालन प्रारंभ करने की अपील की, परंतु आंदोलनकारियों ने इनकी एक नहीं सुनी और परिचालन बाधित करने पर अड़े रहे. इसी बीच लगभग 3.45 बजे अचानक ट्रेन को दरभंगा के लिए वापस कर दिया गया. यह देख लोग आक्रोशित लोग वहीं अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ गये हैं. समाचार लिखे जाने रेलवे ट्रैक पर धरनार्थी जमे थे. वहीं रेल पदाधिकारी आंदोलनकारियों को मनाने में जुटे थे. टीआइ सत्य प्रकाश ने बताया कि सभी परिस्थिति से उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है. गाड़ी दरभंगा वापस चली गयी है, फिर भी आंदोलन जारी है.