भागलपुर: भागलपुर रेलवे स्टेशन जल्द ही बदला-बदला नजर आयेगा. यह आने वाले दिनों में स्मार्ट स्टेशन बनकर उभरेगा. एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं होगी. स्मार्ट सिटी की तरह स्मार्ट स्टेशन योजना में इस स्टेशन को शामिल कर लिया गया है. इसके तहत इसका विकास किया जायेगा. स्टेशन पर उन्नत यात्री सुविधाएं उपलब्ध होंगी.
यह जानकारी शनिवार को भागलपुर पहुंचे मालदा रेल डिवीजन के डीआरएम यतेंद्र कुमार ने दी है. उन्होंने बताया कि गति शक्ति प्रोजेक्ट के तहत यह काम होना है. इसके लिए डिवीजन स्तर पर एक अलग टीम होगी. इसके लिए चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर भी नियुक्त हो गये हैं. स्टेशन के सर्वे का काम भी पूरा हो गया है. पहले फेज में भागलपुर स्टेशन स्मार्ट स्टेशन बनेगा. इसके बाद दूसरे फेज में सुलतानगंज स्टेशन विकसित होगा. यह प्रोजेक्ट लगभग 200 करोड़ का होगा. सर्वे में ही लगभग 600 करोड़ खर्च किये गये हैं. इसके लिए अलग से आर्किटेक्ट की टीम आयी थी. मालदा रेल मंडल में भागलपुर के अलावा सुलतानगंज स्टेशन को भी इस योजना के तहत विकसित किया जायेगा.
डीआरएम ने बताया कि रेलवे स्टेशन शहर के प्रमुख स्थल होते हैं, जहां से सभी जुड़े होते हैं. वहां भीड़भाड़ की स्थिति भी बनती है. स्मार्ट रेलवे स्टेशन होने से शहरों की सूरत बदल जायेगी. स्मार्ट सिटी के गुणवत्तापूर्ण जीवन स्तर के लिए रेलवे स्टेशन का स्मार्ट होना जरूरी है. रेलवे स्टेशन पर जन सुविधाएं बढ़ायी जायेंगी. स्टेशन तक पहुंचने वाली सड़कों के साथ खाली पड़ी रेलवे की जमीनों को स्मार्ट सिटी के तौर पर विकसित किया जायेगा.
स्मार्ट स्टेशन पर यात्रियों की सुख-सुविधा का पूरा ध्यान रखा जायेगा. प्रतीक्षा कक्ष, रिहायशी व वाणिज्यिक स्थलों की लैंड स्केपिंग आदि का विकास किया जायेगा. प्लेटफॉर्म से सर्कुलेटिंग एरिया में निकलने के लिए अंडरपास बनेगा.
रेल यात्रियों के स्टेशन पर आगमन व प्रस्थान के लिए प्रवेश और निकास द्वार ऐसे होंगे, जिससे यात्रियों को भीड़-भाड़ का सामना नहीं करना पड़े. स्टेशन पर एक्सेस कंट्रोल गेट और प्रत्येक प्लेटफार्म पर एस्केलेटर और लिफ्ट लगाये जायेंगे, ताकि एक प्लेटफाॅर्म से दूसरे प्लेटफार्म पर आने-जाने में यात्रियों को सुविधा मिल सके. यात्रियों को प्रदान की जाने वाली आवश्यक सुविधाओं में खान-पान, वॉशरूम, पीने का पानी, एटीएम, इंटरनेट आदि शामिल होंगे. इससे आम यात्रियों के साथ वरिष्ठ नागरिक विशेष रूप से लाभान्वित होंगे.
गति शक्ति प्रोजेक्ट के तहत स्मार्ट स्टेशन पर पार्किंग एरिया का निर्माण, अंडरग्राउंड या फिर मल्टीस्टोरी पार्किंग का निर्माण होना है. इसके साथ ही जंक्शन के आसपास की सड़कों को भी बेहतर बनाया जायेगा. वहीं, जंक्शन के सर्कुलेटिंग एरिया को पूर्ण सुरक्षित जोन के रूप में विकसित किया जायेगा. आने वाले दिनों में स्टेशन को पूरी तरह से हाइटेक लुक देते हुए यात्रियों को सभी सुविधाएं विश्वस्तरीय रेलवे स्टेशनों की तरह मिलनी शुरू हो जायेगी.
डीआरएम यतेंद्र कुमार ने कहा कि गंगा से ट्रीटमेंट प्लांट के जरिये स्टेशन पर जलापूर्ति योजना पर काम शुरू करा पाने का अफसोस रहेगा. लेकिन इसके अलावा कई काम हुए हैं. भागलपुर में दो-दो स्वचालित सीढ़ी का निर्माण कराया गया. चार लिफ्ट लगाये गये. नया फुट ओवर ब्रिज बनाया गया जो सीधे सरकुलेटिंग एरिया में आकर लैंड होता है. दक्षिणी क्षेत्र में प्रवेश द्वार खोला गया और वहां पीआरएस और यूटीएस की भी सुविधा दी गयी. स्टेशन की साफ सफाई को बेहतर किया गया. गार्डन का निर्माण कराया गया. तकनीकी तौर भी भागलपुर स्टेशन को समृद्ध बनाया गया. रेलवे यार्ड में कई काम कराये गये.
ट्रेनों के मेंटेनेंस के लिए पिट लाइन की संख्या बढ़ायी गयी. ऑटोमेटिक कोच वॉशिंग प्लांट लगाया गया, जिससे ट्रेनों की सफाई आसान हुई और पानी की बर्बादी कम की गयी. भागलपुर दुमका सेक्शन, गोड्डा और बांका सेक्शन में विद्युतीकरण का काम कराया गया. ट्रैक की कैटोगरी अपग्रेड कर ट्रेनों की रफ्तार बढ़ायी गयी. कुछ नई ट्रेनें भी चली जिससे इस क्षेत्र के यात्रियों को काफी सहूलियत हुई है.