पटना. तीन साल में 220 किलोमीटर में बड़ी लाइन का निर्माण काम पूरा हो जायेगा. इसमें कुछ योजनाओं पर काम हो रहा है. गेज से मीटर रेल लाइन में बदलने के लिए चार प्रोजेक्टों पर काम हो रहा है़ रेलवे ने इसके लिए हर साल काम पूरा करने की दूरी तय कर रखी है. काम को तेजी से पूरा करने के लिए बजट में भी राशि का प्रावधान हो गया है.
इस संबंध में भी पूमरे के जीएम ललित चंद्र त्रिवेदी ने जिन मंडलों में काम हो रहा है, उन मंडल रेल अधिकारियों को विशेष ध्यान देने की बात कही है.
जानकारी के अनुसार, गेज से मीटर रेल लाइन में बदलने के लिए चार योजनाओं पर काम होना है. इनमें झंझारपुर से फारबिसंगज के बीच 134 किलोमीटर का काम होना है. इसमें लगभग 80 किलोमीटर का काम बाकी है. इसे दिसंबर 2021 तक पूरा कर लेने की योजना है.
इस योजना पर लगभग 250 करोड़ खर्च हो रहे हैं. वहीं, जयनगर-बिजलपुरा प्रोजेक्ट में कुर्था से बिजलपुरा के बीच 17 किलोमीटर में बड़ी रेल लाइन बिछाने का काम होगा. इस पर लगभग सौ करोड़ खर्च होंगे़ नरकटियागंज-भिखनाटोरी के बीच 22 किलोमीटर में काम होना बाकी है.
नरकटियागंज से अमोहा के बीच 12 किलोमीटर बड़ी रेल लाइन का काम 2021-22 तक पूरा होगा. वहीं, अमोहा से गोनहा के बीच बचे हुए 10 किलोमीटर का काम 2022-23 में पूरा होगा़
बड़हराकोठी से बिहारीगंज के बीच बचे हुए 12 किलोमीटर का काम मई-जून तक पूरा होने की संभावना है. पूमरे के सीपीआरओ राजेश कुमार ने बताया कि चार गेज कन्वर्जन प्रोजेक्ट पर काम हो रहा है. इसके पूरा होने से सुविधा बढ़ेगी और समय की बचत होगी.
Posted by Ashish Jha