प्रमोद झा, पटना. पाटलिपुत्र स्टेशन पर दो नये प्लेटफॉर्म के बनने से ट्रेनों की संख्या की कमी दूर होगी. अब तीन से पांच प्लेटफॉर्म होने से ट्रेनों की संख्या बढ़ने से राजधानी पटना की उत्तर बिहार से कनेक्टिविटी बढ़ेगी. पहले से अधिक ट्रेनें उत्तर बिहार सहित अन्य दूसरी जगहों में चलाने के लिए सुविधा बढ़ेगी.
पाटलिपुत्र स्टेशन पर प्लेटफॉर्म संख्या एक व दो के बीच नया प्लेटफार्म बनाया जा रहा है. दो नये प्लेटफॉर्म का निर्माण का काम तेजी से चल रहा है. इसके जुलाई तक पूरा होने की संभावना है. इसके साथ ही स्टेशन के उत्तर साइड दीघा एंड की ओर फुट ओवर ब्रिज का निर्माण हो रहा है. यह भी उक्त अवधि तक पूरा हो जायेगा. इसके बनने से पाटलिपुत्र स्टेशन पर आनेवाले यात्रियों को एक प्लेटफॉर्म से दूसरे प्लेटफॉर्म पर आने-जाने में सुविधा बढ़ेगी.
अभी एकमात्र फुट ओवर ब्रिज के होने से स्टेशन पर एक से अधिक ट्रेनों के आ जाने पर यात्रियों का दबाव रहता है. पाटलिपुत्र स्टेशन को मॉडल स्टेशन के रूप में विकसित करने की योजना पर काम हो रहा है.
पाटलिपुत्र स्टेशन से पहलेजा के बीच डबल रेललाइन का काम हो रहा है. जेपी सेतु पर भी डबल रेल लाइन पूरा होने का काम इस साल के दिसंबर तक हो जायेगा. इसलिए पहले से तैयार तीन प्लेटफॉर्म के बाद दो नये प्लेटफॉर्म तैयार किये जा रहे हैं. प्लेटफॉर्म का बेस तैयार हो गया है. जून-जुलाई तक प्लेटफॉर्म को तैयार करने के लिए तेजी से काम हो रहा है. इसके बाद ट्रेनों की संख्या बढ़ेगी. इससे ट्रेनों की रफ्तार बढ़ने के साथ यात्रियों की सुविधा बढ़ेगी.
पूमरे केसीपीआरओ राजेश कुमार ने कहा कि नये प्लेटफॉर्म व फुट ओवर ब्रिज का निर्माण जून-जुलाई तक होगा. इसके बनने से यात्रियों को सुविधा बढ़ेगी. ट्रेनों की संख्या बढ़ने से उत्तर बिहार की राजधानी पटना से कनेक्टिविटी और बढ़ेगी. ट्रेनों की संख्या भी बढ़ेगी.
Posted by Ashish Jha