दीपावली-छठ के बाद यानी भीड़भाड़ वाले के सीजन के बाद 13 नवंबर से मुजफ्फरपुर जंक्शन का पुराना भवन तोड़ा जायेगा. निर्माण एजेंसी ने यह जानकारी रेलवे के अधिकारियों को दी है. इससे पहले निर्माण एजेंसी कई अस्थायी कार्यालय बनाकर सौंपेगी, ताकि यात्री सुविधा बनी रहे. पहले उत्तर-पश्चिम से भवनों को तोड़ने का काम होगा. इसमें आरपीएफ पोस्ट के पास वाला फुट ओवरब्रिज भी शामिल है. उसे भी तोड़ा जायेगा. सबसे पहले यूटीएस हॉल को तोड़ा जायेगा. इसके शिफ्टिंग के लिए जगह चिह्नित करने की कवायद जारी है. इस पर बहुत जल्द निर्णय होगा. निर्णय होने के बाद यूटीएस को शिफ्ट कर दिया जायेगा.
रेलवे अधिकारियों ने यूटीएस काउंटर को पीआरएस परिसर में शिफ्ट करने पर चर्चा की है. लेकिन, वहां कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है. इसे लेकर जंक्शन परिसर में दूसरा स्थान भी विकल्प के तौर पर चिह्नित किया गया है. दोनों जगहों की जानकारी मुख्यालय को दे दी गयी है. मुख्यालय के आदेश पर शिफ्टिंग का काम होगा.
वर्तमान में आरपीएफ पोस्ट के पास वाले फुट ओवरब्रिज को तोड़कर नया और चौड़ा फुट ओवरब्रिज का निर्माण होगा. उसकी चौड़ाई और लंबाई भी अधिक होगी. चौड़ाई पुराने ओवरब्रिज के करीब तिगुना होगा. लंबाई बढने की वजह से स्टेशन निदेशक के दफ्तर को भी तोड़ा जाएगा. इससे पूर्व उसे रेल अस्पताल के समीप अस्थायी कार्यालय में शिफ्ट किया जाएगा.
बताया जाता है कि निर्माण को सुचारू रखने को लेकर प्लेफॉर्म चार-पांच के लंबाइ बढ़ायी जाएगी. पूरब छोर से करीब 50 मीटर और लंबाई बढ़ेगी. लंबाइ बढ़ाने के दौरान पुराना पैनल रुम को भी तोड़ा जाएगा. इसे लेकर उसे खाली कर दिया गया है. इसके अलावा स्टेशन के दक्षिण साइड स्थित निर्माणाधिन एक्सिलेटर और चालू लिफ्ट को भी आनंद भवन इलाके में शिफ्ट किया जाएगा.
पुराने बटलर की जमीन(वर्तमान में रेलवे बोर्ड की) पर वाशिंग पीट को शिफ्ट करने से प्लेटफॉर्म विस्तार में रेलवे को फायदा हो सकेगा. दक्षिण हिस्से में प्लेटफॉर्म की संख्या और अधिक की जा सकती है. जो मुजफ्फरपुर के ट्रैफिक के हिसाब से बेहतर प्रतीत होगा. इसे लेकर स्थानीय स्तर पर कवायद भी जारी है. इसमें मंडल के अधिकारी भी शामिल है. मालूम हो कि, दक्षिणी हिस्से में वर्तमान में दो वाशिंग पीट है. वहीं पांच नंबर तक प्लेटफॉर्म है. आगामी योजना के तहर तीन और प्लेटफॉर्म बढायी जानी है