बिहार में ट्रेन की रफ्तार पर इन दिनाें ब्रेक लगा है. सर्दी में कोहरे के कारण बिहार में यात्रियों व रेलवे दोनों को नुकसान उठाना पड़ रहा है. ट्रेनों के लेट व रद्द होने से यात्री परेशान होकर अपना टिकट कैंसिल करा रहे हैं. इसलिए रेलवे को हर माह लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है. बीते एक दिसंबर से पांच जनवरी तक दानापुर मंडल में करीब 15 हजार से अधिक यात्रियों ने टिकट रद्द कराएं हैं. इससे रेलवे को करीब 85 लाख रुपये वापस लौटाने पड़े. जानकारों की मानें तो ऑनलाइन बुक टिकटों को जोड़ दें तो आंकड़ा और अधिक बढ़ जायेगा. अभी फरवरी तक दानापुर मंडल से होकर गुजरने वाली करीब 32 से अधिक ट्रेनें कोहरे के कारण रद्द रहेंगी. वर्तमान में कई ट्रेनें कुहासे की वजह से लेट हो रही हैं.
बिहार के साथ-साथ कोहरे की चपेट में पूरा उत्तर भारत है. दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और पूर्वी राजस्थान इलाके में कोहरा का प्रकोप एक महीने से पड़ रहा है. कोहरे को देखते हुए रेलवे ने ट्रेनों की स्पीड 60 के आसपास तय कर दी है. इससे प्रमुख ट्रेनों का परिचालन 10 से 12 घंटे और अन्य ट्रेनों का परिचालन एक दिन बाद हो रहा है. आलम यह है कि ज्यादा ट्रेन लेट होने की वजह से कैंसिल भी करनी पड़ रही है. इसलिए तय दिन व समय पर नहीं जाने वाले यात्रियों का टिकट रद्द कराना मजबूरी हो गयी है. वहीं दूसरी ओर अनारक्षित बोगियों में ज्यादा भीड़ होने के कारण उन्हें मजबूरन आरक्षित बोगियों में सफर करना पड़ रहा है. इससे आरक्षित यात्रियों को परेशानी होती है. खासकर स्लीपर कोचों में अनारक्षित यात्रियों की भीड़ भरी रहती है.
अगर आपकी ट्रेन तीन घंटे या उससे अधिक लेट हुई है या ट्रेन को किसी कारणवश रद्द कर दिया गया है तो आप यात्रा कैंसिल कर सकते हैं. रेलवे के नियमों के अनुसार, तीन घंटे या उससे अधिक समय जो गाड़ी लेट हो गयी है, उसका टिकट कैंसिल कराने पर आपको कोई चार्ज नहीं देना पड़ेगा. अगर आपके पास काउंटर टिकट है तो बेहतर है कि आप रिजर्वेशन काउंटर पर जाकर उसे कैंसिल करवा सकते हैं. लेकिन अगर आपके पास आइआरसीटीसी से खरीदा हुआ टिकट है तो आपको वेबसाइट पर विजिट कर इसके लिए जरूरी औपचारिकताएं पूरी कर रिफंड पा सकते हैं.
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राजधानी दिल्ली सहित हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश में घने कोहरे और ठंड की चपेट में है, जिसका असर दानापुर मंडल आने वाली ट्रेनों पर भी पड़ रहा है. कोहरे की वजह से दृश्यता कम होने का असर ट्रेनें घंटों लेट पटना जंक्शन पहुंच रही हैं. शनिवार को एक दर्जन से अधिक ट्रेनें अपने तय समय से घंटों देरी से आयीं. इसके कारण यात्रियों को असुविधाओं का सामना करना पड़ा है. लेट होने वाली ट्रेनों में दिल्ली से पटना आने वाली तेजस राजधानी 15 मिनट, मगध एक्सप्रेस 1 घंटे 45 मिनट, संपूर्ण क्रांति 22 मिनट, श्रमजीवी 32 मिनट, विक्रमशिला 10 मिनट देरी से पटना जंक्शन पहुंची. जबकि महानंदा एक्सप्रेस को रद्द करना पड़ा. इससे पहले से टिकट कराये यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा.
इधर, पटना एयरपोर्ट पर इन दिनों 28 जोड़ी शेड्यूल्ड फ्लाइटें हैं. लेकिन बीते 10 दिनों से धुंध, खराब मौसम या अन्य ऑपरेशनल वजहों हर दिन कोई न कोई फ्लाइट रद्द रह रही है. अधिकतर दिन दो या तीन फ्लाइटें रद्द रही हैं. तीन और चार जनवरी को तो इनकी संख्या बढ़ कर चार और पांच जनवरी को छह तक पहुंच गयी है. बीते 10 दिनों में रद्द रही फ्लाइटों की कुल संख्या 27 जोड़ी रही हैं. इस प्रकार हर दिन औसतन 2.7 जोड़ी फ्लाइटें नहीं आयी गयी हैं. 28 शेड्युल फ्लाइटों की तुलना में देखें तो हर दिन औसतन 9.6 फीसदी विमान में नहीं उड़े हैं.