पटना. लड़का था जवान, मामला था संगीन, जाना था जापान, पहुंचा गये चीन.. कुछ ऐसा ही मामला अफसर हुसैन के साथ इंडिगो एयरलाइन्स ने किया. 30 जनवरी को इंडिगो की फ्लाइट पटना जाने वाले यात्री को लेकर उदयपुर पहुंच गयी. वहां पहुंचने के बाद पता चला कि यात्री पटना जानेवाली फ्लाइट 6ई-214 के बदले उदयपुर की फ्लाइट 6ई-319 पर सवार हो गया है. बहरहाल यात्री को दिल्ली वापस लाकर पटना पहुंचा दिया गया है, लेकिन इस मामले के सामने आने के बाद नागर विमानन महानिदेशालय ने एयरलाइन कंपनी से रिपोर्ट मांगी है. माना जा रहा है कि इस मामले में इंडिगो के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी.
घटना के संबंध में बताया जाता है कि अफसर हुसैन को दिल्ली एयरपोर्ट टर्मिनल 1 से पटना के लिए उड़ान भरनी थी. 6ई-214 के एयरोब्रिज उपलब्ध नहीं था. उसने बोडिंग के लिए अपना कार्ड स्कैन करवाया और फिर टर्मिनल से बाहर रैंप पर आ गये. यात्रियों के साथ वो जहाज की आगे बढ़े. यहीं पर वो उदयपुर जानेवाले यात्रियों संग हो लिये. हुसैन अनजाने में 6ई-319 पर सवार हो गये. आश्चर्य है कि रनवे पर उड़ान भरते वक्त भी हुसैन को पता नहीं चला कि वो दूसरे विमान में सफर कर रहे हैं, जबकि विमान में उड़ान को लेकर औपचारिक घोषणाएं होती रहीं.
उदयपुर के लिए उड़ान भरते समय तक इंडिगो ने हुसैन की तलाश नहीं की, जबकि हुसैन बोर्डिंग कार्ड पटना के लिए स्कैन किया गया था. उदयपुर उतरने से पहले हुसैन को एहसास हुआ कि उनके पास पटना का बोर्डिंग कार्ड है और वो पटना के बजाय उदयपुर पहुंचे हैं. हुसैन ने तत्काल इसकी सूचना एयरलाइन कर्मचारियों को दी. दोनों को अपनी चूक का एहसास हुआ. इंडिगो ने उसी दिन हुसैन को वापस दिल्ली भेज दिया और फिर 31 जनवरी को हुसैन पटना रवाना किये गये.
एयरलाइंस के अधिकारी भी हैरान हैं कि यह चूक कैसे हुई. क्योंकि यह सुनिश्चित करने के लिए कई जांच पड़ाव होते हैं. टर्मिनल पर यात्रियों के बोर्डिंग कार्ड स्कैन किये जाते हैं. कोच या एयरोब्रिज यात्रियों को विमान की ओर जाता है. बोर्डिंग के समय रैंप पर बोर्डिंग कार्ड की दोबारा जांच की जाती है. ऐसे में कोई यात्री गलत विमान पर कैसे चढ़ सकता है. इस पूरे मामले में इंडिगो ने एक बयान जारी कर कहा कि हम इस घटना से अवगत हैं. 6ई319 दिल्ली-उदयपुर रूट पर एक यात्री के साथ ऐसा हुआ है. हम इस मामले में अधिकारियों के साथ बातचीत कर रहे हैं. यात्रियों को हुई असुविधा के लिए हमें खेद है.