सूबे के जो हालात हैं, उससे उद्यमी खुश नहीं है. पूर्व की सरकार से जो अपेक्षाएं थीं, उस पर वह खरी नहीं उतरी. इसका निदान कैसे होगा. इस पर सरकार को सोचना चाहिए था. ये बातें शनिवार को सूबे के उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ ने कहीं. बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन द्वारा राज्य के उद्योग जगत की ओर से आयोजित नये उद्योग मंत्री का स्वागत एवं अभिनंदन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए समीर कुमार महासेठ ने कहा कि सच्चाई जानने के बाद समस्याओं को निराकण होगा. साथ ही बियाडा या सरकार से उद्यमी परेशान हैं, तो संज्ञान लेकर निराकरण की कोशिश करेंगे. उन्होंने कहा कि 38 जिलों में लैंड बैंक बनाकर आधारभूत संरचना पर काम करेंगे.
महासेठ ने कहा कि टैक्स बढ़ाने का लक्ष्य राज्य के उद्योगपतियों को देंगे, ताकि जीएसटी बढ़े. इसका लाभ राज्य सरकार को होगा. विभिन्न सेक्टर में 10 हजार युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया जायेगा. राज्य के औद्योगीकरण के रूप में उनका समाधान जरूरी है. उन्होंने कहा कि राज्य के उद्यमी ही राज्य में औद्योगिक निवेश लाने में ब्रांड एंबेस्डर बन सकते हैं. महासेठ ने एसोसिएशन से अनुरोध किया कि वे एक प्राथमिकता सूची तैयार करें, जिसको लेेकर काम आगे बढ़ाने की रूपरेखा विभाग में तैयार की जाये.
कार्यक्रम के शुरुआत में एसोसिएशन के अध्यक्ष अरुण अग्रवाल ने औपचारिक रूप से स्वागत एवं अभिनंदन किया. उन्होंने राज्य के औद्योगीकरण में एसोसिएशन की हर संभव सहयोग देने की वचनबद्धता को दोहराते हुए मंत्री से अनुरोध किया कि प्रत्येक माह में एक बार अवश्य उद्यमियों के साथ एक बैठक कर उनकी समस्याओं व सुझावों को सुनें. एसोसिएशन के पूर्व उपाध्यक्ष संजय गोयनका, ओपी सिंह एवं पूर्व अध्यक्ष राम लाल खेतान एवं महासचिव आशीष रोहतगी अलग-अलग विषय बिंदु पर ज्ञापन के रूप में विचार रखे गये.
ये रहे मौजूद : बीआइए के उपाध्यक्ष अरविंद कुमार सिंह, महासचिव आशीष रोहतगी, कोषाध्यक्ष मनीष तिवारी, पूर्व अध्यक्ष केपीएस केशरी, राम लाल खेतान, रमेश चंद्र गुप्ता, संजय भरतिया, नंदू अग्रवाल, गौरव साह, नीशिथ जायसवाल आदि मौजूद थे.