आनंद तिवारी, पटना. महानगरों में ओमिक्रॉन की दस्तक देने के बाद पटना जिले में कोरोना संक्रमण का तेजी से फैलाव हो रहा है. बढ़ते मामलों को देखते हुए लोगों ने बुखार, खांसी, विटामिन जैसी दवाओं की खरीदारी शुरू कर दी है. हालांकि अभी दवा को लेकर कोई मारामारी नहीं है, लेकिन शहर के गोविंद मित्रा रोड स्थित दवा मंडी सहित अन्य मेडिकल स्टोर पर लोगों की भीड़ बढ़ी है. प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करने वाली दवाओं से लेकर हैंड सैनिटाइजर और स्टीम मशीन खरीदने लगे हैं.
शहर के गोविंद मित्रा थोक दवा मंडी में मौजूद थोक व फुटकर मेडिकल स्टोर से हर पांचवां आदमी मल्टी विटामिन, विटामिन सी, पैरा मेडिकल जैसी दवाएं खरीद रहा था. बिहार ड्रगिस्ट एवं केमिस्ट एसोसिएशन की मानें, तो वर्तमान में दवाओं की कोई कमी नहीं है. वैसे कालाबाजारी पर सरकार की पैनी नजर है.
इधर, कोरोना के दौरान प्रयोग होने वाली दवाओं की बिक्री बढ़ी है. जिसे देखते हुए थोक दवा व्यापारी पहले से ही दोगुना ऑर्डर कर दिये हैं. लोग हैंड सैनिटाइजर खरीद के लिए आ रहे हैं. दो से लेकर पांच लीटर वाले सैनिटाइजर की भी खरीद हो रही है. विटामिन सी, मल्टी विटामिन, डाॅक्सीसाइक्लिन 100 एमजी, सुप्राडिन जैसे सिरप लोग खरीद रहे हैं.
आइजीआइएमएस के मेन गेट के पास संचालित दवा दुकानों पर कोरोना से जुड़ी दवाओं की खरीद को लेकर कोई मारामारी नहीं दिखी. लेकिन गोला रोड से आये एक मरीज का परिजन जिंक, एजीथ्रोमाइसिन, पैरासिटामोल और विटामिन सी आदि दवाएं लेने पहुंचा था.
बोरिंग रोड स्थित तीन बड़े मेडिकल स्टोर पर ज्यादातर लोग पैरासिटामोल, विटामिन सी या फिर एजिथ्रोमाइसिन खरीदते नजर आएं. हालांकि दुकानदार सुनील रंजन का कहना था कि इन दवाओं की मांग ठंड बढ़ने के साथ ही शुरू हो गयी थी.