बिहार में महंगाई की मार, गेंहू, चावल और दाल गरम, इस महीने प्याज निकालेगा आंसू, जाने कब मिलेगी राहत
राज्य में खाने पीने की चीजों के दाम में तेजी लगातार जारी है. शनिवार को मंडी का भाव इतना गरम हो गया कि ग्राहकों को पसीना आ गया. गेंहू, आटा, चावल और दाल के दाम में तेजी इस सप्ताह भी जारी रही. इसका असर खुदरा व्यापर पर भी पड़ने लगा.
पटना की मंडी में खाद्य सामग्री के दाम रोज बढ़ रहे हैं. इससे जहां एक तरफ गृहणियों के किचन का बजट खराब हो गया है. वहीं नौकरी पेशा मध्यवर्ग की पॉकेट पर बड़ा मार पड़ा है. शनिवार को पटना के सिटी और दलदली रोड मंडी में गेंहू. चावल, आंटा और दाल के दाम में तेजी देखी गयी. व्यापारी बता रहे हैं कि माल आगे से महंगा आ रहा है. ऐसे में मंडी के व्यापारी चाह कर भी ग्राहकों को राहत नहीं दे पार रहे हैं. मंडी में शनिवार को अरहर ने लोगों के पसीने निकाल दिए. अरहर एक दिन में करीब पांच रूपये चढ़कर 120 रुपये प्रति किलो पर जा बैठा. वहीं मूंग और उड़द दाल का भाव भी 100 के ऊपर चला गया. चना दाल की चाल थोड़ी धीमी रही. मगर मसूर शतक के करीब पहुंच गया.
बारिश के कम ज्यादा होने से चढ़े दाम
मंडी के व्यापारी बताते हैं कि मंडी में माल अलग-अलग जगह से आते हैं. कहीं बारिश औसत से ज्यादा हुई है तो कहीं औसत से कम. दोनों की स्थिति में फसल पर बूरा असर पड़ा है. पैदावार कम होने से महंगाई बढ़ना तय है. बाजार में कहां पहले बारिश कम होने से दाल के दाम तीन रूपये बढ़े थे. वहीं फिर कम बारिश से दाम में दो रुपये और की तेजी आ गयी. व्यापारी बता रहे हैं कि अब धान की खेती बूरी तरह से प्रभावित है. ऐसे में चावल के दाम आसमान पर पहुंच सकते हैं.
अभी राहत की उम्मीद कम
दलदली के व्यापारी सुनील गुप्ता बताते हैं कि लोगों को अभी सस्ती दाल, गेंहू और चावल के लिए इंतजार करना पड़ेगा. इनके भाव में तेजी आएगी. पिछले वर्ष दाल की फसल बारिश के कारण लगभग 40 प्रतिशत खराब हुई थी. इस साल भी महाराष्ट्र व कर्नाटक में दालों की बुआई हुई उसके बाद बारिश ज्यादा हो गई। बुआई पर प्रतिकूल असर पड़ा है। प्रतिदिन की आमद भी 150 टन से घटकर 100 टन पर आ गई है। जीएसटी के नये प्राविधान का भी असर है। इस कारण दालों में तेजी चल रही है। बिहार खुदरा विक्रेता महासंघ के महासचिव रमेश तलरेजा ने कहा कि पटना की मंडी में दालें मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र , कर्नाटक और राजस्थान से आती है। फिलहाल मंडी में 100 टन दाल प्रतिदिन आ रही है। यह डेढ़ सौ टन होनी चाहिए।
इस महीने प्याज के बढ़ेंगे दाम
अनाज के बाद अब प्याज भी लोगों के आंसू निकालने को तैयार है. व्यापारी बता रहे हैं कि बारिश के कारण इस बार नासिक मंडी में प्याज जल्दी खराब होने लगे हैं. ऐसे में व्यापारी वहां माल की कीमत बढ़ा रहे हैं. उसके साथ ही फ्रेस प्याज अब चेन्नई से आएगा. मद्रास प्याज नासिक और मध्य प्रदेश से आने वाले प्याज से महंगा होता है. ऐसे में इस महीने के मध्य तक प्याज के दाम में भी तेजी देखने को मिलेगी. प्याज की बढ़ते दाम से राहत अब नयी फसल आने के बाद मिलेगी.