बिहार में अब सबेया हवाई अड्डे को विकसित करने की पहल शुरू, अगले वित्तीय वर्ष में शुरू होगा काम
सांसद डॉ आलोक कुमार सुमन ने सबेया अड्डे के लिए सदन में आवाज उठायी थी. इधर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व रक्षा मंत्रालय के मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात कर उपेक्षित हवाई अड्डे के प्रति सकारात्मक कदम उठाने की मांग रखी गयी है.
गोपालगंज . गौरव सबेया हवाई अड्डे को रक्षा मंत्रालय से संजीवनी मिलने की उम्मीद बढ़ गयी है. यहां से घरेलू उड़ान की तैयारी चल रही है.
सब कुछ ठीक रहा, तो अगले वित्तीय वर्ष में काम शुरू हो जायेगा. यहां से बड़े शहरों के लिए विमान सेवा उपलब्ध कराने की तैयारी हो रही है.
सांसद डॉ आलोक कुमार सुमन ने सबेया अड्डे के लिए सदन में आवाज उठायी थी. इधर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व रक्षा मंत्रालय के मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात कर उपेक्षित हवाई अड्डे के प्रति सकारात्मक कदम उठाने की मांग रखी गयी है.
सांसद ने बताया कि रक्षा मंत्रालय की ओर से हवाई अड्डे को चालू करने के लिए सकारात्मक पहल की जा रही है. उन्होंने कहा कि केंद्रीय रक्षा मंत्री की ओर से आश्वासन भी दिया गया है.
रक्षा मंत्रालय का है हवाई अड्डा
अंग्रेजों ने 1868 में सबेया में 517 एकड़ जमीन पर इस हवाई अड्डे को बनाया था. चीन के नजदीक होने के कारण रक्षा के दृष्टिकोण से यह हवाई अड्डा काफी संवेदनशील था. आजादी के बाद रक्षा मंत्रालय ने इस हवाई अड्डे को ओवरटेक करने के बाद इसे विकसित करने की जगह उपेक्षित छोड़ दिया था.
हवाई अड्डे को विकसित करने की क्यों पड़ी जरूरत
गोपालगंज व सीवान के डेढ़ लाख से अधिक लोग विदेशों में रह रहे हैं. यहां से नजदीक गोरखपुर एयरफोर्स का यूनिट है. इनमें से खाड़ी देशों के मस्कट, ओमान, सऊदी, ईरान, बहरीन, दुबई जाते हैं.
सीवान के बाद विदेशी मुद्रा की सर्वाधिक आवक गोपालगंज में है. यहां घरेलू उड़ान शुरू होने से कारोबार बढ़ेगा और देश में विदेशी मुद्रा लाने वाले कमासूतों को सहूलियत मिलेगी, साथ ही सरकार का राजस्व भी बढ़ेगा.
Posted by Ashish Jha