Bihar News: पटना में पैसा वसूली का आरोपी दारोगा फरार, इंस्पेक्टर कार्यालय का रीडर गिरफ्तार, FIR दर्ज
Bihar News: एसएसपी डॉ मानवजीत सिंह ढ़िल्लो ने प्राथमिकी दर्ज किये जाने की पुष्टि की और कहा कि इस मामले में रीडर को गिरफ्तार कर लिया गया है और सब इंस्पेक्टर पर भी कार्रवाई की जा रही है. सब इंस्पेक्टर छुट्टी पर चले गये हैं और अभी तक रिपोर्ट नहीं किये हैं.
पटना/मसौढ़ी. धनरूआ थाने में दर्ज केस को मैनेज करने व आइपीसी की धारा 379 हटाने के लिए महिला से रिश्वत की मांग करने के मामले में मसौढ़ी इंस्पेक्टर कार्यालय के रीडर विकास कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. जबकि धनरूआ थाने के सब इंस्पेक्टर वीरेंद्र सिंह को प्राथमिकी दर्ज होने की भनक लग गयी और वे फरार हो गये. रीडर विकास कुमार और सब इंस्पेक्टर वीरेंद्र सिंह के खिलाफ मसौढ़ी थाने के थानाध्यक्ष दीनानाथ सिंह के बयान पर नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी है. एसएसपी डॉ मानवजीत सिंह ढ़िल्लो ने प्राथमिकी दर्ज किये जाने की पुष्टि की और कहा कि इस मामले में रीडर को गिरफ्तार कर लिया गया है और सब इंस्पेक्टर पर भी कार्रवाई की जा रही है. सब इंस्पेक्टर छुट्टी पर चले गये हैं और अभी तक रिपोर्ट नहीं किये हैं.
महिला से रिश्वत मांगे जाने की बातचीत का ऑडियो हुआ था वायरल
धनरूआ के सहादतनगर की एक महिला और सब इंस्पेक्टर वीरेंद्र सिंह, मसौढ़ी इंस्पेक्टर कार्यालय के रीडर विकास कुमार के बीच केस मैनेज करने व आइपीसी की धारा हटाने को लेकर रिश्वत मांगे जाने की बातचीत का एक ऑडियो वायरल हुआ था. जिसमें सब इंस्पेक्टर वीरेंद्र सिंह महिला को बार-बार रीडर से मिलने और कुछ ले-दे कर मामले को रफा-दफा कराने और आइपीसी की धारा को हटाने की जानकारी दे रहे हैं. महिला भी चालाकी से उन दोनों के बीच हुई बातचीत का रिकॉर्डिंग करने के बाद उसे वायरल कर दिया.
उक्त ऑडियो एसएसपी डॉ मानवजीत सिंह ढिल्लो के पास भी पहुंचा और उन्होंने मामले को गंभीरता से लेते हुए मसौढ़ी इंस्पेक्टर व धनरूआ थाने के थानाध्यक्ष को पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया. जांच में मामला सत्य पाया गया और फिर एसएसपी के आदेश के बाद मसौढ़ी थाने में सब इंस्पेक्टर व रीडर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया. रीडर विकास को तुरंत ही मसौढ़ी इंस्पेक्टर कार्यालय से पकड़ लिया गया. जबकि सब इंस्पेक्टर मामले की जानकारी मिलने पर छुट्टी पर चले गये हैं.
Also Read: Bihar News: लोन देने के नाम पर तीन करोड़ रुपये की ठगी कर कंपनी फरार, जानें कैसे बिछाया ठगी का जाल
क्या था मामला
जानकारी के अनुसार, कुछ दिनों पहले ही छेड़खानी को लेकर धनरूआ थाना कांड संख्या 74/22 और नाबालिग लड़की के अपहरण को लेकर कांड संख्या 103/22 दर्ज की गयी थी. इस मामले में वह महिला भी आरोपित बनायी गयी थी, जिसने बातचीत की रिकॉर्डिंग कर वायरल किया था. मसौढ़ी इंस्पेक्टर कमलेश्वर प्रसाद सिंह ने बताया कि इन दोनों ही मामलों में अनुसंधान पूरा कर पूर्व में ही गिरफ्तारी का आदेश दिया जा चुका था . इसके बावजूद रीडर व उक्त केस के आइओ द्वारा महिला से पैसे की लेन-देन की बात की गयी थी.