बिहार में बीएड प्रवेश परीक्षा को लेकर निर्देश जारी, सुबह 10.50 के बाद प्रवेश नहीं कर पाएंगे परीक्षार्थी
B.Ed entrance exam in bihar: परीक्षा केन्द्र के मुख्य द्वार पर प्रवेश पत्र देखकर एवं जांच कर परीक्षार्थियों को अन्दर जाने दिया जायेगा. परीक्षार्थियों के लिए केन्द्र का मुख्य प्रवेश द्वार सुबह नौ बजे खुल जाना है. मुख्य द्वार के पास महिला एवं पुरुष परीक्षार्थियों की जांच घेरा बनाकर की जायेगी.
दरभंगा. डीएम राजीव रोशन ने बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा को लेकर सोमवार को समाहरणालय में जिले के सभी परीक्षा केन्द्रों के अधीक्षक, दण्डाधिकारी एवं अन्य संबंधित पदाधिकारियों के साथ बैठक की. कहा कि छह जुलाई की सुबह 11 बजे से दोपहर एक बजे तक 44 केंद्रों पर परीक्षा होगी. केन्द्राधीक्षकों एवं दण्डाधिकारियों से कहा कि सुबह 10.50 बजे के बाद किसी भी परीक्षार्थी का प्रवेश परीक्षा केन्द्र के अन्दर नहीं होगा. किसी भी व्यक्ति को केन्द्र के अन्दर मोबाइल रखने की इजाजत नहीं होगी. कहा कि परीक्षा को स्वच्छ, शांतिपूर्ण सुचारू संचालन के लिये सभी केन्द्रों पर स्टैटिक दंडाधिकारी एवं पुलिस बल सहित सशस्त्र पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति कर दी गयी है. परीक्षा केंद्रों को 15 जोन में विभक्त करते हुए 15 जोनल दण्डाधिकारी बनाये गए हैं.
सुबह नौ बजे खुल जायेगा सेंटर का गेट
परीक्षा केन्द्र के मुख्य द्वार पर प्रवेश पत्र देखकर एवं जांच कर परीक्षार्थियों को अन्दर जाने दिया जायेगा. किसी प्रकार की लिखित सामग्री, प्रवेश पत्र पर कोई लेख, सादा कागज, क्लिपबोर्ड, स्लाइड रूलर, कैलकुलेटर, मोबाइल फोन, ब्लूटूथ उपकरण, डिजिटल डायरी, पामटॉप, पीडीएम या कोई अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण आदि सामग्री लेकर प्रवेश नहीं करने देना है. परीक्षार्थियों के लिए केन्द्र का मुख्य प्रवेश द्वार सुबह नौ बजे खुल जाना है. मुख्य द्वार के पास महिला एवं पुरुष परीक्षार्थियों की जांच घेरा बनाकर की जायेगी.
एक बैंच पर नहीं बैठेंगे दो से अधिक छात्र
डीएम ने कहा कि दिव्यांग परीक्षार्थियों के लिए अलग व्यवस्था की जाएगी. उन्हें 20 मिनट का अतिरिक्त समय दिया जाएगा. कोविड-19 की गाइडलाइन का केन्द्रों पर पूर्णतः अनुपालन कराया जाएगा. डीएम ने कहा कि एक बैंच पर दो से अधिक परीक्षार्थी नहीं बैठेंगे. प्रश्न पत्र का बंडल दण्डाधिकारी की उपस्थित में केन्द्राधीक्षक खोलेंगे. केन्द्राधीक्षक लैंड लाइन फोन का उपयोग कर सकते हैं. स्मार्ट मोबाइल फोन के कारण परीक्षा संबंधी कोई गड़बड़ी होती है, तो इसके लिए केन्द्राधीक्षक जिम्मेवार माने जाएंगे.
संबंधित थानेदारों को मिली जिम्मेदारी
डीएम ने सभी संबंधित थानाध्यक्ष को अपने क्षेत्र में पड़ने वाले परीक्षा केन्द्र पर कड़ी निगरानी रखने तथा शांतिपूर्वक एवं कदाचारविहीन परीक्षा संचालन कराने का निर्देश दिया. सदर एसडीओ व एसडीपीओ परीक्षा की विधि व्यवस्था के सम्पूर्ण प्रभार में रहेंगे. बैठक में अपर समाहर्त्ता (राजस्व) विभूति रंजन चौधरी, उप निदेशक जन सम्पर्क नागेन्द्र कुमार गुप्ता, वरीय कोषागार पदाधिकारी शम्भू कुमार आर्य, उत्पाद अधीक्षक ओम प्रकाश एवं संबंधित दण्डाधिकारी व केन्द्राधीक्षक उपस्थित थे.