भागलपुर. जिले में ठगों का गिरोह सक्रिय है. यह आप को नौकरी के नाम पर ठग लेगा, तो कभी ऑनलाइन खरीदारी का लोभ दिखा बैंक खाते से रुपया गायब कर देगा, तो कभी ग्रेसिंग का नंबर देकर आपकी जेब से रुपया चुपके से चुरा लेगा. ऐसे ठग के खिलाफ अब इंटरपोल सामने आ गया है.
मंत्रालय को पत्र जारी कर अलर्ट रहने को कहा गया है. बिहार पुलिस मुख्यालय ने ऐसे अपराधियों की पहचान करने का निर्देश जारी किया है. मुख्यालय ने एसएसपी को पत्र लिख सतर्क रहने के लिए कहा है, जिसके बाद पुलिस सक्रिय हो गयी है.
लगातार साइबर अपराध को देखते हुए इंटरपोल एक्टिव हो गया. जांच के बाद इंटरपोल ने पत्र जारी किया है. इंटरपोल से पत्र मिलने के बाद मुख्यालय ने भी पत्र जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि पाकिस्तान में रहने वाले एक दंपती साइबर अपराध को अंजाम दे रहे है.
लोगों के क्रेडिट कार्ड डेटा की मदद से बैंक खाते से रुपया गायब करने में लगे है. इसके लिए कभी आप को कॉल आयेगा, तो कभी आपको खरीदारी के बाद आकर्षक उपहार का लोभ देगा. झांसे में आते है क्रेडिट कार्ड के लिंक की मदद से आपके खाते से रुपये उड़ा लेगा. आप के रुपये से यह मोबाइल समेत महंगे सामान को खरीदता है और उसे दूसरे देश में बेच देता है.
इससे जो लाभ होता है उसमें से दंपती को शेयर मिल जाता है. बात भागलपुर की करे तो साइबर अपराधी पूर्व में पकड़े गये है. 2016 में पुलिस ने छह लोगों को पकड़ा था. पुलिस के सामने उन्होंने स्वीकार किया था कि सभी का संपर्क पाकिस्तान से था.
जिले में चोरी से हो रहे गेसिंग के धंधेबाज पर पुलिस की नजर है. पुलिस को शक है कि यह लोग साइबर अपराध को बढ़ाने में लगे हैं. लॉटरी के इस नये रूप को जिले में लाने का श्रेय शहर के ही कुछ सफेदपोश के कंधे पर है.
पिछले बुधवार को जोगसर के समीप एक धंधेबाज को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था. अब इस धंधे का कहीं कोई लिंक पाकिस्तान या दूसरे देश से तो नहीं इसकी जांच में पुलिस लगी है. हालांकि स्थानीय सरगना के पीछे पुलिस लगी है. पुलिस उनके खिलाफ ठोस सबूत जुटाने में लगी है.
Posted by Ashish Jha