पटना. राज्य में मखाना, केला, मशरूम आदि से संबंधित खाद्य प्रसंस्करण इकाई स्थापित करने के लिए लोग रुचि दिखाने लगे हैं. बड़ी संख्या में निवेशकों नेे कृषि विभाग को अपनी मौखिक मंजूरी दे दी है. इस पर आगे को प्रभावी कार्रवाई और निवेशकों की किसी भी प्रकार की असुविधा दूर करने के लिए राज्य स्तर पर उद्यान निदेशालय की राज्य परियोजना प्रबंधन इकाई और जिला स्तर पर सहायक निदेशक उद्यान को जिला नोडल पदाधिकारी नियुक्त कर दिया गया है.
कृषि निवेशकों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार द्वारा इन्वेस्टर्स कनेक्ट वेबिनार शुरू किया गया है. इसमें असंगठित सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों के उन्नयन एवं इनके सामने आ रही चुनौतियों समाधान के लिए भारत सरकार एवं राज्य सरकार के अंशदान से क्रियान्वित प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना (पीएम एफएमइ) को लेकर जागरूकता के साथ-साथ क्रियान्वयन पर भी विचार- विमर्श किया जा रहा है.
निदेशक उद्यान सह मिशन निदेशक नंद किशोर का कहना है कि प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यम उन्नयन योजना एवं एक जिला एक उत्पाद (आेडीओपी) से संबंधित खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया को प्रदर्शित किया जा रहा है.
वेबिनार के दौरान निवेशकों ने विभिन्न प्रकार के उत्पाद जैसे- मखाना, केला, मशरूम इत्यादि से संबंधित खाद्य प्रसंस्करण इकाई स्थापित करने में रुचि दिखायी. संयुक्त निदेशक, उद्यान आमांशु सी जैन का कहना है कि कृषि निवेशक छोटे-छोटे खाद्य प्रसंस्करण उद्योग लगाने के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं.
निवेशक https://pmfme.mofpi.gov.in/pmfme पर लोगिन कर आवेदन कर सकते हैं. किसी भी प्रकार की दिक्कत होने पर वेबिनार में शामिल होकर समाधान और जानकारी ले सकते हैं.
वेबिनार में अररिया, बांका, भागलपुर, जमुई, कटिहार, खगड़िया, किशनगंज, लखीसराय, मधेपुरा, मुंगेर, पूर्णिया, सहरसा एंव सुपौल शामिल हुए. इन जिलों के सहायक निदेशक उद्यान, यहां के कृषि निवेशक तथा राज्यस्तरीय तकनीकी संस्थान के प्रतिनिधि ने भाग लिया. जो जिला छूट गये हैं उनमें 15 और 17 अप्रैल को वेबिनार का आयोजन होगा.
Posted by Ashish Jha