पटना. आईपीएस आदित्य कुमार के बाद अब आईजी अमित लोढ़ा की पर विभागीय कार्रवाई की गयी है. एएनआई न्यूज एजेंसी के अनुसार आईजी अमित लोढ़ा को बिहार सरकार ने सस्पेंड कर दिया है. हालांकि, पुलिस मुख्यालय ने अब तक निलंबन की पुष्टि नहीं की है. इस संबंध में कोई पत्र भी अब तक विभाग से जारी नहीं हुआ है.
नेटफ्लिक्स पर 25 नवंबर को ‘खाकी’ द बिहार चैप्टर रिलीज हुई थी. इस वेबसीरीज के लिए निजी कंपनी से करार करने के बाद अमित लोढ़ा चर्चा में आ गये हैं. बुधवार को विशेष निगरानी इकाई ने भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ पदाधिकारी और मगध रेंज के तत्कालीन आईजी अमित लोढ़ा के खिलाफ केस दर्ज किया था. अमित लोढ़ा पर निजी स्वार्थ के लिए वित्तीय अनियमितता का भी आरोप है. निगरानी विभाग से मिले आदेश के बाद अमित लोढ़ा के खिलाफ सात दिसंबर को प्रिवेंशन ऑफ करप्शन और आईपीसी एक्ट की धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी.
सतर्कता इकाई ने कहा कि चूंकि अमित लोढ़ा सेवारत आईपीएस अधिकारी हैं, इसलिए वह वेब सीरीज के लिए किसी फर्म के साथ करार नहीं कर सकते. अमित लोढ़ा पर 12,372 रुपये प्राप्त करने का आरोप है , जबकि 38.25 लाख रुपये उनकी पत्नी कौमीदी के खाते में जमा किये गये थे. प्राथमिकी में कहा गया है कि अवैध रूप से अर्जित धन के लेन-देन को सुविधाजनक बनाने के लिए फर्म और कौमिडी के बीच एक समझौता हुआ था.
इधर, अमित लोढ़ा ने अपने ऊपर लगे आरोपों के बाद ट्वीट करते हुए लिखा है कि कभी-कभी जीवन आपको सबसे कठिन चुनौतियों का सामना कर सकता है, खासकर जब आप सही होते हैं. इस दौरान आपके चरित्र की ताकत दिखायी देती है. विजयी होने के लिए आपकी प्रार्थना और समर्थन की आवश्यकता है.