ठाकुर शक्तिलोचन: बिहार के चर्चित पुलिस पदाधिकारियों में एक हैं IPS विनय तिवारी ( IPS Vinay Tiwari). वर्तमान में समस्तीपुर के पुलिस कप्तान बनाए गए हैं. अपने कड़क मिजाजी पुलिसिंग के कारण अलग पहचान बनाए विनय तिवारी उत्तर प्रदेश के ललितपुर में एक किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं. विनय तिवारी उस दौरान अधिक सुर्खियों में रहे जब उन्हें सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में जांच का जिम्मा सौंपकर मुंबई भेजा गया. विनय तिवारी की सादगी उनके गांव प्रेम से दिखती है. वो आज भी अपनी गांव और बचपन के दोस्तों की यादों में खोए रहते हैं. कभी गीत गुनगुनाते हैं तो कभी IPS की कलम चल पड़ती है. कभी बड़ा सा लेख तो कभी गीत लिखने…
IPS विनय तिवारी का जन्मदिवस हाल में ही था. इस दौरान उन्होंने फेसबुक पर फिर एकबार अपने गांव और पुराने दिनों को याद किया. उन्होंने लिखा कि हर जन्मदिन पर अपना गांव, अपना नगर याद आता है. सच पूछो तो हर बार अपना जन्मस्थान याद आता है. बेतवा किनारे बसा मेरा गांव, मेरे दोस्त, वो मंदिर, वो गाय.. पीपल और नीम, सब याद आता है. खेत और खलिहान की याद में डूबे विनय तिवारी इससे पहले भी अपनी पुरानी यादों को ढूंढते दिखे हैं.
विनय तिवारी जब पिछली बार अपने गांव पहुंचे तो बेतवा नदी किनारे बैठकर एक गीत गुनगुनाते दिखे. ” मैं अपने गांव आया हूं… अपनी माटी को सूंघने आया हूं’ मैं अपने जन्मस्थान आया हूं. मैं अपने आप से साक्षात्कार करने, स्वयं को ढूंढने और खोए मित्र को पाने अपने गांव आया हूं.’ विनय तिवारी ने इसे गुनगुनाते अपना वीडियो भी जारी किया था और बताया कि ट्रेन में ही सफर करते हुए इसे लिखा था.
Also Read: रोहतासगढ़ दुर्ग: ऑपरेशन विध्वंस से सोन महोत्सव तक, IPS विकास वैभव से जानें 13 साल के बदलाव की कहानीआज जन्मस्थान याद आ रहा है।
— Vinay Om Tiwari (IPS) (@vinayomtiwari) January 24, 2023
आज अपनी बेतवा याद आ रही है।
आज अपना घर याद आ रहा है।
शुभकामनाओं हेतु कोटि कोटि अभिनंदन। https://t.co/pgsIK1q84Z
बता दें कि IPS विनय तिवारी उन युवा पुलिस कप्तानों में एक माने जाते हैं जिनके ऊपर बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जाती है. वहीं विनय तिवारी को लेकर अन्य युवा IPS बताते हैं कि वो बेहद विनम्र हैं. बता दें कि विनय तिवारी ने अपनी एक पुस्तक भी लिखी है ”मैं कुछ लिखना चाहता हूं” नाम की ये किताब लोगों के बीच बेहद पसंद की गयी. विनय तिवारी के फेसबुक पेज पर उन्हें अपनी कविताओं को गुनगुनाते देखा जा सकता है.
ये पंक्तियां मुझे उद्वेलित करती हैं।जब निराश होता हूं,तो कंठ में गूंजती रहती हैं।ये पंक्तियां मुझे गति देती हैं, रुकने नहीं देती हैं,बहने का बल देती हैं, सहने की शक्ति देती हैं।अनंत प्रकृति के विस्तार के दर्शन कराती हैं।
— Vinay Om Tiwari (IPS) (@vinayomtiwari) February 16, 2022
जीवन की आग और उसका यह राग हम सभी के जीवन को उदीयमान करे। pic.twitter.com/pLQWMIXGgw
Posted By: Thakur Shaktilochan