आपबीती: इजराइल में पटना के वैज्ञानिक के घर पर गिर रहे रॉकेट, बंकर में छिपकर अपनी जान बचा रहे बिहार के कई लोग
इजराइल-हमास जंग के बीच बिहार के रहने वाले कई लोग इजराइल में फंसे हुए हैं. इजराइल में जॉब करने वाले वैज्ञानिक नवीन कुमार ने बताया है कि वो परिवार के साथ बंकर में छिपने को मजबूर हैं. ऑपरेशन अजय से उनकी उम्मीदें हैं और वतनवापसी के लिए प्रयासरत हैं.
Israel War News: इजराइल-हमास जंग पर पूरे विश्व की नजरें टिकी हुई हैं. इजराइल में भारत के हजारों लोग फंसे हुए हैं जिन्हें भारत सरकार ‘ऑपरेशन अजय’ के जरिए वापस अपने वतन लाने में जुटी है. इन लोगों में बिहार के भी कई निवासी फंसे हुए हैं जो जॉब के लिए इजराइल में रहते हैं. उन्हें इजराइल में भारत सरकार से उम्मीद लगी हुई है कि उनकी सकुशल वतन वापसी करा दी जाएगी. जबकि उनके परिजन जो बिहार में रहते हैं, उनकी सांसें अटकी हुई है. अपने-अपने स्वजनों की कुशल वापसी की वो लगातार प्रार्थना कर रहे हैं. इस बीच बिहार के रहने वाले एक कृषि वैज्ञानिक ने अपना दर्द बयां किया है और इजराइल में किस तरह के हालात अभी हैं, वो बताया है.पटना के कृषि वैज्ञानिक डॉ नवीन कुमार भी अपने परिवार के साथ वहां फंसे हुए हैं. वह पत्नी व दो बच्चों के साथ घर छोड़ कर बंकर में छिपे हुए हैं. नवीन कुमार ने बताया है कि आखिर किन हालातों में उन्हें अपने घर से भागना पड़ा और किस तरह उनकी जान बच सकी है.
घर पर गिर रहे रॉकेट, बंकर में परिवार के साथ छिपे हैं नवीन
इजराइल और हमास के बीच युद्ध तेज हो रहा है. इस बीच इजराइल में कई भारतीय नागरिक भी फंसे हैं, जो स्वदेश लौटने के इंतजार में हैं. इसमें बिहार के भी कई लोग फंसे हुए हैं. पटना के कृषि वैज्ञानिक डॉ नवीन कुमार भी अपने परिवार के साथ वहां फंसे हुए हैं. वह पत्नी व दो बच्चों के साथ घर छोड़ कर बंकर में छिपे हुए हैं. इसके पीछे की बड़ी वजह ये है कि इजराइल में उनके घर के ऊपर दो बार रॉकेट गिर चुका है, जिसे आरोन डैम से बचाव किया गया है. नवीन कुमार ने बताया कि वो लोग काफी मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं. वर्तमान हालात के बारे में बताते हैं कि अभी हर दो घंटे पर हवाई हमले के सायरन की आवाज आने लगती है. जिसे सुनने के बाद डर लगने लगा है. सायरन बजने के साथ ही सुरक्षित स्थान पर निकल कर जाना पड़ता है. हर दो घंटे में यही हाल है. अब परेशानी और बढ़ी है.
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ऑपरेशन ‘अजय’ से है वतनवापसी की उम्मीद
केंद्र सरकार की ओर से चलाये गये ऑपरेशन ‘अजय’ से उन सबकी उम्मीदें हैं. इजराइल में फंसे नवीन कुमार ने बताया कि शुक्रवार को जहां मैं काम करता हूं वहां से लिस्ट मांगा गया है. 32 लोगों का नाम गया है. इसमें मेरे साथ बिहार के तीन लोग और हैं. वहीं, इनके पिता ओम प्रकाश मेहता एक सप्ताह से ज्यादा परेशान हैं. उनका हाल बेहाल है. उन्होंने कहा कि बेटे को निकालने के लिए ऐंबेसी से भी संपर्क कर चुके हैं. वहां के ऐंबेसी से बेटा भी लगातार संपर्क कर रहा है. लेकिन केंद्र सरकार की ओर से चलाये गये ऑपरेशन ‘अजय’ के पहली फ्लाइट से वह वापस नहीं आ पाये हैं.
इजराइल में कई बिहारवासी फंसे
बता दें कि डॉ नवीन कुमार एग्रीकल्चर रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन वोलकैनिक सेंटर इजराइल में जॉब करते हैं. वह काफी मुसीबत में हैं. इनके साथ इजराइल में और भी भारतीय फंसे हुए हैं. हवाई हमले के सायरन की आवाज से डर लगने लगा है. जल्दसे-जल्द भारतीयों को निकालने की मांग नवीन कर रहे हैं. भारत सरकार को इ-मेल भी कर चुके हैं. लेकिन अब तक उन्हें नहीं निकाला गया है. वहीं शुक्रवार को दूसरा विमान भी भारत के लोगों को लेकर इजराइल से लौटा है. कुल 235 लोगों को लेकर स्पेशल विमान दिल्ली पहुंचा तो इन लोगों ने राहत की सांस ली है.