गया. एटीएम से रुपये की निकासी नहीं होने सहित अन्य मामलों से संबंधित शिकायत करने को लेकर गूगल साइट पर उपलब्ध कंप्लेन नंबर पर फोन करना महंगा साबित पड़ रहा है.
गूगल साइट पर साइबर गिरोह से संबंधित अपराधी वैसे मोबाइल फोन नंबर डाल दे रहे हैं, जिनके पास फोन करने के बाद उससे संबंधित फोन करनेवाले व्यक्ति के खाते से रुपये की अवैध निकासी हो जा रही है.
ऐसा ही दो मामला प्रकाश में आया है. पहला मामला शेरघाटी थाने के बीटी बिगहा के बसंत प्रसाद सिंह से जुड़ा है. इनके खाते से साइबर गिरोह ने 150979 रुपये की अवैध निकासी कर ली.
इस मामले में श्री सिंह ने शेरघाटी थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. श्री सिंह ने दारोगा को बताया है कि वह 11 जनवरी को 10 हजार रुपये की निकासी करने गये थे. रुपये की निकासी नहीं हुई और 10 हजार रुपये की निकासी का मैसेज आ गया.
साथ ही सर्विस चार्ज भी कट गया. गूगल साइट से संबंधित बैंक का कंप्लेन नंबर सर्च किया और वहां से मिले मोबाइल नंबर पर अपनी शिकायत दर्ज करा दी. एक घंटे के बाद उनके खाते में 10,023.60 रुपये वापस आ गये.
लेकिन, 12 जनवरी की सुबह उसी मोबाइल नंबर से फोन आया, जिस नंबर पर शिकायत दर्ज करायी थी. कॉल करनेवाले ने कहा कि आपकी शिकायत को बंद कर देता हूं. इसके कुछ ही देर बाद एटीएम से खाते से रुपये की निकासी करने गया, तो उसमें बैलेंस शून्य बताया.
किसी ने उनके खाते से 150989 रुपये की अवैध निकासी कर ली. इधर, शेरघाटी थाने की पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है.
दूसरे मामले में गूगल साइट से कंप्लेन नंबर लेकर फोन करना डोभी इलाके के रहनेवाले एक युवक को महंगा पड़ा. साइबर गिरोह ने उनके खाते से 18900 रुपये की निकासी कर ली. पीड़ित युवक ने बताया कि ऑनलाइन किये गये एक ट्रांजेक्शन को लेकर उन्होंने कंप्लेन करने को लेकर गूगल साइट से एक नंबर लिया.
उस नंबर पर मोबाइल फोन से बात की. लेकिन, इसके कुछ समय के बाद उनके खाते से 18900 रुपये की निकासी हो गयी. युवक ने बताया कि गूगल साइट से संबंधित बैंक का कंप्लेन नंबर संभवत: साइबर गिरोह से जुड़े अपराधी का था. जैसे ही उससे बातचीत की, उनके खाते से 18900 रुपये की अवैध निकासी हो गयी. इस मामले में डोभी थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है.
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अजनबियों या अज्ञात नंबरों द्वारा भेजे गये संदेशों से प्राप्त फाइलों को कभी भी स्वीकार या डाउनलोड नहीं करें.
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वाट्सएप के माध्यम से कभी भी निजी जानकारी जैसे-बैंक खाता विवरण, पिन या पासवार्ड न भेजें.
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यह सुनिश्चित करें कि क्लाउड बैकअप बंद है. क्लाउड प्रदाता के साथ साझा करने पर वे सुरक्षित नहीं होते हैं.
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हमेशा अपने मोबाइल डिवाइस पर एक अद्यतन एंटीवायरस सुरक्षा सॉल्यूशन सीमित करके रखें.
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वाट्सएप वेब को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करें, सभी कंप्यूटरों को लॉगआउट करें.
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जब आप ओपेन वाई-फाई नेटवर्क से कनेक्ट हों, तो वाट्सएप का उपयोग करने से बचें.
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अज्ञात नंबरों को ब्लॉक करने के लिए उस विशेष वैट विंडो को खोले, मोर विकल्प पर जायें और ब्लॉक करें.
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गुप्त छह अंकीय कोड को जाने बिना कोई भी आपके वाट्सएप को सेट नहीं कर सकता है, टू फैक्टर ऑथेन्टिकेशन को ऑन रखें.
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कभी भी उस संदेश पर भरोसा नहीं करे, जो वाट्सएप से आने का दावा करता है और सेवा के लिए भुगतान की मांग करता है.
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यदि आपका फोन गुम हो जाता है, तो वाट्सएप को निष्क्रिय कर दें.
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अपने प्रोफाइल फोटो को केवल अपने संपर्क नंबरों को देखने के लिए ही सीमित रखें.
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ऑटोमैटिक डाउनलोड ऑप्शन को बंद रखें.
कोतवाली थाने के तुतबाड़ी मुहल्ले के रहनेवाले 78 वर्षीय आरवीके सिन्हा के खाते से साइबर गिरोह के अपराधियों ने 19782 रुपये की अवैध निकासी कर ली. इस मामले में पीड़ित श्री सिन्हा ने गुरुवार को कोतवाली थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. कोतवाली थानाध्यक्ष रामाकांत तिवारी ने बताया कि केस दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी गयी है.
सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के न्यू करीमगंज मुहल्ले के रहनेवाले नौशाद अहमद की पत्नी इशरत यासमीन के खाते से साइबर गिरोह ने एक लाख रुपये की अवैध निकासी कर ली है. इस मामले को लेकर गुरुवार को कोतवाली थाने में पीड़िता ने प्राथमिकी दर्ज करायी है.
पीड़िता ने दारोगा को बताया है कि उनके सर्विस अकाउंट से 11 जनवरी को पांच बार में 50 हजार रुपये और 12 जनवरी को पांच बार में 50 हजार रुपये यानी कुल मिला कर एक लाख रुपये की अवैध निकासी कर ली गयी है. इसके अलावा 111 रुपये बैंक निकासी चार्ज भी लगा. इधर, दारोगा ने केस दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है.
बुनियादगंज थाना इलाके के रहनेवाले एस सिंह नामक व्यक्ति के खाते से साइबर गिरोह ने एक लाख 20 हजार रुपये की अवैध निकासी कर ली है. इस मामले में एस सिंह ने बुनियादगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है.
पीड़ित ने दारोगा को बताया है कि रुपये की निकासी से संबंधित मैसेज उनके मोबाइल फोन पर नहीं आया. लेकिन, छह जनवरी को एक मैसेज आया, उससे पता चला कि उनके खाते से रुपये की निकासी हुई है. इधर, बुनियादगंज पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है.
Posted by Ashish Jha