पटना . मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा छह माह में छह करोड़ लोगों को टीकाकरण के लक्ष्य को हासिल करने के लिए हर दिन स्टॉक में 25 लाख वैक्सीन के डोज चाहिए. वैक्सीन की नियमित आपूर्ति बनाकर ही इस लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है. इधर स्थिति यह है कि 21 जून को कोरोना वैक्सीन टीकाकरण अभियान के दिन सर्वाधिक सात लाख 29 हजार 332 डोज दिया गया. उसके न तो पहले और नहीं बाद में इतनी संख्या में कोरोना वैक्सीन के डोज दिये गये हैं. टीकाकरण को गति देने के लिए इतनी संख्या में वैक्सीन की आपूर्ति की जाये, जिससे स्टॉक में हमेशा 25 लाख डोज की उपलब्धता बनी रहे.
पदाधिकारियों का कहना है कि वैक्सीन उपलब्ध हो, तो राज्य में एक दिन में 10 लाख से अधिक लोगों को भी टीका लगाया जा सकता है. महाअभियान के दिन सात लाख से अधिक डोज इसलिए दिये जा सके क्योंकि स्टॉक में टीका था.
21 जून के बाद तो स्थिति यहां तक आ पहुंची कि 22 जून को सवा तीन लाख डोज, 23 जून को दो लाख 63 हजार और 24 जून की रात तक वैक्सीनेशन की संख्या दो लाख 13 हजार पर पहुंच गयी. कहना है कि अगर वैक्सीन उपलब्ध करा दी जाये तो 10 दिन में महीने का लक्ष्य पाया जा सकता है.
पटना जिले में शनिवार को शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों को मिला कर 60 केंद्रों पर टीकाकरण होगा. जिले में टीका खत्म होने के कगार पर आ गया है. इसलिए केवल शहरी क्षेत्रों में ही टीकाकरण होगा. ग्रामीण क्षेत्रों में टीका का पहला डोज लेने वालों को तब तक इंतजार करना पड़ सकता है, जब तक जिले को टीका न मिल जाये़ लेकिन दूसरा डोज लेने वालों को कोई परेशानी नहीं होगी. इसके लिए टीका उपलब्ध है.
इसके साथ ही टीका उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन ने आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी है. प्रशासन अब एक जुलाई को एक बार फिर से मेगा टीकाकरण कैंप आयोजित करने की योजना बना रहा है. इसके साथ ही उस दिन करीब एक लाख लोगों को टीका देने का लक्ष्य रखा जायेगा.
जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि शहरी क्षेत्रों में टीकाकरण में कोई परेशानी नहीं होगी. लेकिन टीका खत्म होने के कगार पर है. ग्रामीण इलाकों में टीकाकरण पर कुछ प्रभाव पड़ेगा़
Posted by Ashish Jha