पटना. देश में सनातन धर्म को लेकर छिड़े सियासी घमासान के बीच आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने तिलक लगानेवालों पर विवादित बयान दे दिया. टीका पर जगदानंद सिंह के बयान के बाद सियासत में एक नयी बहस शुरू हो गयी है. हालांकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने आरजेडी के बयान से किनारा कर लिया है. जेडीयू ने कहा है कि सभी धर्म के लोगों को अपने अपने हिसाब से चलने का अधिकार है. जगदानंद सिंह को इस तरह की टीका-टिप्पणी नहीं करनी चाहिए.
भाईचारा बना रहे यह हर किसी की जिम्मेवारी है
बिहार सरकार में जेडीयू कोटे से अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री बने जमा खान ने कहा है कि जेडीयू के नेता नीतीश कुमार और पूरी जेडीयू सभी धर्मों का सम्मान करते हैं. जेडीयू की तरफ से आजतक किसी भी धर्म को लेकर इस तरह की टिप्पणी नहीं की गई. उन्होंने कहा कि आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को इस तरह की टिप्पणी नहीं करनी चाहिए. देश को जोड़कर रखना है और सभी को साथ लेकर चलना है. देश में आपसी प्रेम और भाईचारा बना रहे यह हर किसी की जिम्मेवारी है.
हिंदू महासभा के लोग देश के गद्दार थे
इधर, जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा जगदानंद सिंह ने जो मंतव्य दिया है वह भारतीय जनता पार्टी के धार्मिक ध्रुवीकरण के संदर्भ में है. इस सच को कौन इनकार कर सकता है हिंदू महासभा देश के गद्दार थे. आजादी की लड़ाई में आरएसएस का कोई योगदान नहीं था. नीरज कुमार ने कहा कि जगदानंद सिंह के कहने का मतलब है कि बीजेपी जो धार्मिक उन्माद फैला रही है, सनातन धर्म की राजनीति की बात करती है, ऐसे लोगों ने ही देश को गुलाम बनाया था और वर्तमान दौर में नई पीढ़ी को मानसिक गुलाम बना रहे हैं.
धर्म और राजनीति दोनों अलग-अलग चीज है
वहीं भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि राजद के प्रदेश अध्यक्ष का स्पष्ट कहना है कि जो लोग भगवान राम की परछाई में राजनीति कर रहे हैं, बड़ा बड़ा त्रिपुल लगाते हैं, रुद्राक्ष पहनते हैं और टीका लगाते हैं उन्हें ठीक से ना तो शिव पुराण याद होगा, ना देवी पुराण और ना ही रामायण. लेकिन, ये भगवान राम की छाया में राजनीति कर रहे हैं. देश को तोड़ने का काम कर रहे हैं. ठीक से हिंदू धर्म को समझते भी नहीं हैं. उन्होंने कहा कि धर्म और राजनीति दोनों अलग-अलग चीज है.
धर्म हर आदमी का अपना विशेष अधिकार
अशोक चौधरी ने कहा कि महंगाई और बेरोजगारी पर भाजपा ने सत्ता हासिल की थी. उस पर कुछ नहीं बोलती है, लेकिन भगवान राम, राम मंदिर और देश में हिंदुत्व ताकत कैसे मजबूत हो इस पर बात करती रहती है. धर्म हर आदमी का अपना विशेष अधिकार है. अशोक चौधरी ने कहा कि हिंदू मुस्लिम हो जाते हैं बहुत से मुस्लिम हिंदू हो जाते हैं, क्रिश्चियन हिंदू हो जाते हैं यह उनका विशेष अधिकार है. भारत धर्मनिरपेक्ष राज्य है सभी धर्म का सम्मान है.
जो तिलक लगाकर घूमते हैं उन्हीं लोगों ने भारत को गुलाम बनाया
आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा है कि जो लोग तिलक लगाकर घूमते हैं उन्हीं लोगों ने भारत को गुलाम बनाया है. उन्होंने कहा कि जिसको सवाल खड़ा करना है, करते रहें. कोई पोथी-पत्रा बैठकर लिख देगा और कहेगा हम भारत के रक्षक हैं, तो उससे वो भारत का रक्षक नहीं हो सकता है. जहां भेदभाव हो वह कोई धर्म नहीं, वैसे धर्म का मैं विरोध करता हूं. हम लोग हे राम वाले हैं ना की जय श्री राम वाले, जय श्री राम वाले दंगा करवाते हैं. टीका लगाने और दाढ़ी बढ़ाने से कोई सनातनी नहीं हो सकता है. मुल्क की समस्या और अपनी समस्या में ज्यादा फर्क नहीं है. इसलिए हमलोगों को एकजुट रहना है और मुल्क की समस्या को जड़ से ख़त्म कर देना है.
2020 के विधानसभा चुनाव में मिल गया था तेजस्वी को राज
जगदानंद यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा कि हिंदू- मुसलमान में भारत को बांटने से काम नहीं चलेगा. बना लो मंदिर और तोड़ तो मस्जिद. इससे भारत नहीं चलेगा. उन्होंने कहा कि भारत गुलाम किसके समय में हुआ. क्या उस समय कर्पूरी ठाकुर थे. लालू प्रसाद थे, राम मनोहर लोहिया थे. ये लोग तो उस समय नहीं थे, बल्कि टीका लगाकर घूमने वाले लोग थे. जगदानंद सिंह ने कहा कि कि 2020 के विधानसभा चुनाव में तेजस्वी को राज मिल गया था. जनता ने बता दिया था कि बिहार में वही राज करेंगे. हो सकता है तकनीकी कारणों से या बेइमानी से बात नहीं बन पाई. लेकिन, अब तेजस्वी यादव के फैसले को और मजबूती से आगे ले जाना है.
टीका वाले बयान पर सवाल पूछते ही भड़के जगदानंद
जदयू के कड़े तेवर के बाद जब गुरुवार को पत्रकारों ने जगदानंद सिंह से सवाल किया तो जगदानंद सिंह हत्थे से उखड़ गये. वो मीडियाकर्मियों से ही भिड़ गए. माइक को झटकते हुए जगदानंद सिंह ने कहा कि तुम हमारे मालिक हो क्या, कि जो कहोगे वह मान लेंगे. उन्होंने कहा कि वे अपनी बात पर पूरी तरह से कायम हैं. आरजेडी नेता ने कहा कि मैं बार-बार कह रहा हूं कि गलत बात मत बोलो और तुम अपनी बात मेरे मुंह में मत डालो. मेरे मालिक हो क्या. जो कहोगे हम मान लेंगे. नहीं हटिए. हट….