बिहार में कोरोना को लेकर अलर्ट मोड पर जेल प्रशासन, दूसरी जेल में शिफ्ट किये जा रहे कैदी
भारत में कोरोना वायरस का असर अब दिखने लगा है. हालांकि, भारत में कोविड 19 (covid 19) से मरनेवाले 81 लोगों की पुष्टि हुई है. वहीं, कोरोना वायरस महामारी से निबटने के लिए सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाये हैं. सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ लगने पर रोक के लिए स्कूल-कॉलेजों, सिनेमा हॉल, मॉल आदि को बंद कर दिया गया है. अब फुलवारीशरीफ स्थित बेउर जेल से कैदियों को दूसरी जेलों में शिफ्ट किया जा रहा है.
फुलवारी शरीफ : कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने के बढ़ते खतरे को देखते हुए पटना के बेउर और फुलवारी जेल को अलर्ट मोड पर रखा गया है. कोरोना वायरस को लेकर जेल में सतर्कता बरती जा रही है. जेल में भीड़ कम करने के लिए कैदियों को दूसरी जेलों में शिफ्ट किया जा रहा है. करीब 2500 क्षमता वाले बेउर जेल में साढ़े चार हजार कैदियों को रखा गया है. इसका सीधा असर जेल की सुरक्षा पर भी पड़ रहा है.
जेल में बंद कैदियों के बीच भी महामारी को लेकर लगातार जागरूकता अभियान चलाये जा रहे हैं. उन्हें समय-समय पर हाथ साफ करने और साफ रहने को कहा गया है. वहीं, सर्दी-खांसी होने की सूचना तत्काल जेल प्रशासन को देने को कहा गया है. साथ ही बंदियों से मुलाकात के लिए कम-से-कम लोगों को आने की बात भी कही गयी है.
जेल प्रशासन ने सुरक्षा के लिहाज से 300 कैदियों को फुलवारी जेल शिफ्ट करने का निर्णय लिया है. बेउर जेल अधीक्षक जवाहरलाल प्रभाकर ने बताया कि 25 दिन पहले ही सरकार ने बेउर जेल से बंदियों को फुलवारी जेल शिफ्ट करने का निर्णय लिया था. उसी आदेश पर अमल करते हुए बंदियों को दूसरे जेल फुलवारी शिविर मंडल कारा भेजा जा रहा है.
मालूम हो कि जेल में बेउर जेल में बंदियों के रखने की क्षमता करीब 2500 है. इतने बंदियों के लिए जेल में कुल 125 वार्ड उपलब्ध हैं. लेकिन, फिलहाल बेउर जेल में करीब 4500 कैदी बंद हैं. कई कुख्यात कैदी सहित विधायक भी बेउर जेल में बंद हैं. फुलवारी शिविर मंडल कारा के अंदर बंदियों को रखने की क्षमता करीब 700 है और फिलहाल यहां 500 बंदी ही हैं. इसे देखते हुए बेउर जेल से 300 बंदियों को फुलवारी जेल शिफ्ट किया जा रहा है.
इससे पहले बिहार सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर कई अहम दिशा-निर्देश दिये हैं. सार्वजनिक स्थानों जैसे स्कूल, कॉलेज, सिनेमा हॉल, पार्क, शॉपिंग मॉल को 31 मार्च तक बंद करने के निर्देश दिये गये हैं. साथ ही खेलकूद के आयोजनों, सांस्कृतिक महोत्सवों और राजनीतिक-सामाजिक आयोजनों को बिहार में 31 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया गया है.