पटना. जेल में अवैध कैंटीन चला कर बंदियों को पैसे लेकर खाना देने और परिजनों द्वारा दिये गये पैसे बंदी तक दस फीसदी काटने के बाद पहुंचाने जैसे गंभीर मामले में मंडल कारा दरभंगा के उपाधीक्षक शिवमंगल प्रसाद को निलंबित कर दिया गया है. जेल के अंदर बंदियों का शोषण करने और अवैध वूसली करने के आरोप में यह कार्रवाई की गयी है. शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा, मुजफ्फरपुर के अधीक्षक ने मंडल कारा का निरीक्षण किया था. उनकी रिपोर्ट के आधार पर महानिरीक्षक, कारा एवं सुधार सेवाएं ने यह कार्रवाई की है. उपाधीक्षक के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी चलेगी.
शहीद खुदीराम बोस केन्द्रीय कारा के अधीक्षक ने आठ नवंबर को को मंडल कारा दरभंगा का औचक निरीक्षण किया था. इस दौरान पाया गया था कि दबंग बंदियों को प्रश्रय देकर कारा में अवैध वसूली करायी जा रही है. वार्ड आवंटन और बेड चार्ज का पैसा नहीं देने पर बंदियों को प्रताड़ित किया जा रहा था. प्रतिबंध होने के बाद भी बंदियों में माध्यम से अवैध कैंटीन चला रहे थे. कैंटीन का सामान दोगुने दाम पर बेचा जाता था. कारा की पाठशाला में बनने वाले खाने की क्वालिटी खराब कर दी थी.
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ऐसा इसलिए किया था ताकि बंदियों को पैसे देकर खाना खाने को विवश किया जाये. इसके लिए अवैध मेस चलवा रहे थे. मिलनी पर बंदी के परिजन जो पैसे देते थे वह 10% काटकर बंदी को उपलब्ध कराया जा रहा था. अन्य आपत्तिजनक गतिविधि भी पकड़ी गयी. अधीक्षक ने शिवमंगल प्रसाद के खिलाफ रिपोर्ट भेजी थी. उपाधीक्षक, मंडल कारा दरभंगा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर केन्द्रीय कारा, बक्सर में संलग्न किया गया है.