जल जीवन हरियाली अभियान की सराहना पूरी दुनिया में
सूचना जनसंपर्क विभाग के मंत्री डॉ महेश्वर हजारी ने कहा कि जल जीवन हरियाली अभियान की पूरी दुनिया में सराहना हो रही है
संवाददाता,पटना सूचना जनसंपर्क विभाग के मंत्री डॉ महेश्वर हजारी ने कहा कि जल जीवन हरियाली अभियान की पूरी दुनिया में सराहना हो रही है. यह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की परिकल्पना एवं दूरदर्शी सोच का सार्थक परिणाम है. उन्हाेंने कहा कि यह अभियान मानव जीवन को सुरक्षित रखने वाली एक ऐसी व्यापक और बहुआयामी सोच पर आधारित है, जिससे हमारा वर्तमान और भविष्य दोनों संवरता है. मंगलवार को जल जीवन हरियाली दिवस के अवसर पर सूचना भवन के संवाद में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए श्री हजारी ने कहा कि पर्यावरण प्रेम तथा जलवायु परिवर्तन को लेकर मुख्यमंत्री की चिंताओं का प्रतिफल है, जिसके जरिए मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त किया जा रहा है. कार्यक्रम में संबंधित सभी विभागों के नोडल पदाधिकारियों ने भी भाग लिया. श्री हजारी ने कहा कि राज्य सरकार सार्वजनिक जल संचयन संरचनाओं जिनमें तालाब,पोखर, आहर, पईन आदि हैं, को अतिक्रमणमुक्त कराकर उनका जीर्णोद्धार करा रही है. छोटी–छोटी नदियों, नालों एवं पहाड़ी क्षेत्रों के जल संग्रहण क्षेत्र में चेक डैम एवं अन्य जल संरचनाओं का निर्माण कराया जा रहा है. नयेे जल स्रोतों का सृजन किया जा रहा है. सरकारी भवनों में छत वर्षा जल के संचयन की संरचनाओं का निर्माण कराया जा रहा है. सघन वृक्षारोपण कराया जा रहा है और सौर ऊर्जा के उपयोग को प्रोत्साहित किया जा रहा है. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सूचना एवं जन संपर्क विभाग के निदेशक वैभव श्रीवास्तव ने जल जीवन हरियाली अभियान की पृष्ठभूमि का उल्लेख करते हुए कहा कि इससे राज्य में भूजल स्तर में सुधार हुआ है. वृक्षारोपण से राज्य में हरित आवरण बढ़ा है. नये जल स्रोतों के संचयन से सिंचाई सुविधाएं बढ़ी हैं. उन्होंने कहा कि सूचना एवं जनसंपर्क विभाग विभिन्न प्रचार माध्यमों के जरिए जल जीवन हरियाली अभियान को आम जनता के बीच ले जाकर इसे एक लोकप्रिय कार्यक्रम बनाने में कामयाब हुआ है. कार्यक्रम को जल जीवन हरियाली अभियान की मिशन निदेशक प्रतिभा रानी ने भी संबोधित किया. तकनीकी सत्र में विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों ने भी इस अभियान से जुड़ी अपनी उपलब्धियों का उल्लेख किया. कार्यक्रम में अपर सचिव संजय कृष्ण, संयुक्त निदेशक रवि भूषण सहाय, उप निदेशक लालबाबू सिंह सहित भवन निर्माण विभाग के प्रतिनिधि पदाधिकारी विनोद चौधरी, पंचायती राज विभाग के पदाधिकारी तबरेज आलम, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के पदाधिकारी आरके सिन्हा, ऊर्जा विभाग के पदाधिकारी प्रशांत कुमार, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के पदाधिकारी पवन कुमार पासवान आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किये.
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