महबूबा मुफ्ती बोलीं -लोकतंत्र बचाना अभी हमारी प्राथमिकता, केजरीवाल के सवाल पर पढ़िए क्या कुछ कहा
जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती विपक्षी एकता की बैठक में शुक्रवार को शामिल होने के लिए पटना आयी थी. शनिवार को वो पटना साहिब के तख्त श्री हरमंदिर पहुंची. प्रबंधन कमेटी के लोगों ने उनका जमकर स्वागत किया. महबूबा मुफ्ती तख्त श्री हरमंदिर में माथा टेक कर आशीर्वाद लिया.
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती (PDP chief Mehbooba Mufti) ने कहा कि पटना में आयोजित विपक्ष की बैठक में सभी ने विपक्ष की एकता पर जोर दिया. सिर्फ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली को लेकर लाये गये अध्यादेश का मामला उठाया. यह भी कहा कि अरविंद केजरीवाल बैठक को बीच में छोड़ कर नहीं गये थे.
शनिवार को राज्य अतिथिशाला में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि हमने भी अरविंद केजरीवाल से शिकायत की कि जम्मू-कश्मीर को लेकर लाये गये अध्यादेश का आपने स्वागत किया था. महागठबंधन की सरकार आने पर धारा 370 को फिर से लागू करने के सवाल पर कहा हमें किसी भी पार्टी से इस संबंध में आश्वासन की जरूरत नहीं है. हम अपनी लड़ाई लड़ना खुद ही जानते हैं. अभी लोकतंत्र को बचाना हमारी प्राथमिकता है. बदकिस्मती है कि धारा 370 हटाते समय विपक्ष की अधिकतर पार्टियों ने टेबल बजाये थे. तब वे भूल गये थे कि उनकी भी बारी आ सकती है.
नीतीश ने बहुत बड़ा काम कर दिखाया
महबूबा ने कहा कि विपक्ष को इकट्ठा करना उतना आसान नहीं था. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ये बड़ा काम कर दिया है. उन्होंने नालंदा, बोधगया और पटना गुरुद्वारा यात्रा का जिक्र किया और आतिथ्य के लिए नीतीश कुमार का धन्यवाद दिया.
बेरोजगारी व महंगाई में हम विश्वगुरु बने
उन्होंने कहा कि बेरोजगारी, महंगाई व एक- दूसरे को नोंच खाने में हम विश्वगुरु बन गये हैं. महबूबा ने कहा कि आज हमारे नेता विदेश में जाकर गांधी की मूर्ति पर माला डालते हैं और देश में आकर गांधी के हत्यारे गोडसे की पूजा करने लगते हैं.