बिहार: नवादा के बगीचे में बैठकर साइबर ठगी का काम करते 21 युवक धराए, 256 पेजों का मिला कस्टमर डेटा
साइबर ठगों को पकड़ने के लिए पुलिस सादे लिबास में बगीचे में पहुंची थी. इस कारण ठगी करने में मशगूल रहे युवकों को पुलिस के आने की भनक तक नहीं लगी और पुलिस ने 21 युवकों को घेराबंदी कर दबोच लिया.
नवादा जिले के वारिसलीगंज थाना क्षेत्र में अब तक सैकड़ों साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी के बावजूद ऑनलाइन ठगी का मामला जोरों पर है. गुरुवार को ठेरा पंचायत के आजमपुर गांव के मामा बगीचे से पुलिस ने खुले आम बगीचे में बैठकर ऑनलाइन ठगी की घटना को अंजाम देते ही 21 युवकों को गिरफ्तार किया है. यह सभी फोन से उपभोक्ताओं को ठगने का प्रयास कर रहे थे. इन युवकों के पास से ठगी से संबंधित दस्तावेज, मोबाइल फोन इत्यादि भी पुलिस ने बरामद किए हैं.
गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने की कार्रवाई
इस संबंध में पुलिस ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की गयी. इस दौरान आजमपुर में बगीचे से विकास कुमार, रौजय कुमार, कुणाल कुमार, रंजीत कुमार, रौशन कुमार, दिलीप कुमार, शुभम कुमार, रोहित कुमार, मिंटू कुमार, अभिषेक कुमार, राजेश राम, आकाश कुमार, गोरेलाल कुमार, गोपाल सिंह, सिंटू कुमार, कन्हैया कुमार, मोनू कुमार, पिंटू कुमार, संतोष कुमार, पंकज सिंह, गोपाल कुमार को ठगी करते गिरफ्तार किया गया है.
सादे लिबास में पहुंची थी पुलिस
इन साइबर ठगों को पकड़ने के लिए पुलिस सादे लिबास में बगीचे में पहुंची थी. इस कारण ठगी करने में मशगूल रहे युवकों को पुलिस के आने की भनक तक नहीं लगी और पुलिस ने 21 युवकों को घेराबंदी कर दबोच लिया. इस छापेमारी में बड़ी संख्या में पुलिस कर्मी व अधिकारी शामिल थे.
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बरामद हुआ 256 पेजों का कस्टमर डाटा
पुलिस द्वारा मौके से 10 स्मार्ट फोन, 11 की-पैड मोबाइल, चार नोटबुक व ठगी के धंधे में इस्तेमाल किये जाने वाला 256 पेजों का कस्टमर डाटा बरामद किया गया है. गिरफ्तार युवकों को जेल भेज दिया गया है. इनकी निशानदेही पर विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की गयी. हालांकि, कोई और सफलता नहीं मिल सकी है.