बिहार के सरकारी अस्पतालों की हालत सही करने के लिए स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव बेहद सख्त दिखते रहे हैं. वहीं अब जमुई जिले के जिलाधिकारी सुर्खियों में बने हुए हैं. जो बीते रविवार की देर रात लगभग एक बजे सदर अस्पताल की व्यवस्था का जायजा लेने पहुंच गये. जिलाधिकारी अवनीश कुमार सिंह सिविल ड्रेस में पहुंचे थे तो उन्हें कोई पहचान भी नहीं सका.
रात करीब 1 बजे सदर अस्पताल पहुंचे जमुई डीएम ने सदर अस्पताल के इमरजेंसी कक्ष, महिला वार्ड, पुरुष वार्ड, महिला प्रसव कक्ष, ट्राइज रुम, महिला जेनरल वार्ड, पुरुष जेनरल वार्ड, जीविका दीदी की रसोई, रैन बसेरा सहित पूरे अस्पताल परिसर का घुम-घुमकर जायजा लिया. इस दौरान सभी चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों को ड्यूटी पर मौजूद देख संतोष व्यक्त किया. साथ ही इमरजेंसी कक्ष व महिला प्रसव कक्ष में ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए.
देर रात सदर अस्पताल का अचानक निरीक्षण करने सिविल ड्रेस में पहुंचे डीएम अवनीश कुमार को इमरजेंसी कक्ष में ड्यूटी पर तैनात डॉ. अरविंद कुमार भी नहीं पहचान पाए. पहले उन्होंने इस तरफ सोचा भी नहीं कि इस तरह आधी रात को डीएम आकर सामने खड़े हो जाएंगे. खुद डीएम भी इस कदर सतर्क होकर आए थे कि किसी तरह की हलचल उन्होंने नहीं होने दी.
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डीएम- इमरजेंसी में डॉक्टर ड्यूटी पर आप ही हैं.
– डॉ. अरविंद – जी हम ही हैं
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डीएम – हमको पहचानते हैं
– डॉ. अरविंद – नहीं पहचाने
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डीएम- जिलाधिकारी है
– डॉ. अरविंद – प्रणाम सर नहीं पहचान पाये सर
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डीएम – इमरजेंसी कक्ष के सभी स्वास्थ्य कर्मी ड.यूटी पर मौजूद हैं.
-डॉ अरविंद- जी सर सभी मौजूद हैं
जिलाधिकारी अवनीश कुमार सिंह ने प्राइवेट एंबुलेंस पर सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि किसी भी हाल में अस्पताल परिसर में प्राइवेट एंबुलेंस नहीं रहेंगे. उन्होंने कहा कि सरकारी एंबुलेंस ही मरीजों को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें. इस दौरान जिलाधिकारी के द्वारा 102 पर खुद कॉल कर मरीजों को मिलने वाली एंबुलेंस सेवा का जायजा लिया गया. इसके बाद डीएम ने सदर अस्पताल में तैनात सभी सुरक्षा गार्ड से परिचय देते हुए मुस्तैदी के साथ ड्यूटी करने सहित अन्य आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.
Posted By: Thakur Shaktilochan