जमुई: आसमान से बरस रही आग से लावा की तरह दहक रहे मकान,दुधारू पशु हो रहे बीमार

जमुई तापमान में आये उछाल ने लोगों को गर्मी से बेहाल कर दिया है. तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा.अत्यधिक गर्मी बढ़ने से दुधारू पशु बीमार पड़ रहे

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 20, 2023 11:02 PM

जमुई तापमान में आये उछाल ने लोगों को गर्मी से बेहाल कर दिया है. तन-बदन में तीखी धूप व लू से आग लगी है. तापमान 44 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है. इससे अप्रैल माह में ही मई-जून जैसी गर्मी का एहसास लोगों को हो रहा है. बढ़ते तापमान के कारण जिले के ताल-तलैया सूख गये हैं. साथ ही पानी का लेयर लगभग 6.6 फुट नीचे भाग गया है. इस कारण कई जगहों पर चापाकल ने पानी देना बंद कर दिया है. मौसम में आर्द्रता बीस फीसदी से भी नीचे रहने की वजह से स्नान के बाद भी शरीर को कोई राहत नहीं मिल रही है. शहर की स्थिति और भी खराब है.

आसमान से बरस रही आग,पीपल के पेड़ तले भी नहीं मिल रही राहत

अत्यधिक गर्मी बढ़ने से मकान लावा की तरह दहक रहे हैं. हवा इतनी शुष्क और मौसम इतना गर्म महसूस हो रहा है कि गांव में पीपल के पेड़ तले भी लोगों को राहत नहीं मिल पा रही है. जिन लोगों के मकान दो मंजिला हैं, उसमें भूतल पर थोड़ी राहत है. लेकिन एक मंजिला मकान वालों के लिए एक बजे दिन के बाद पंखे से भी राहत नहीं मिल रही. बल्कि पंखे की हवा और भी बेचैन कर दे रही है. 44 डिग्री रहा मंगलवार का अधिकतम तापमान मंगलवार को जिले का तापमान 44 डिग्री व न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, वातावरण की तपिश अभी इसी तरह बरकरार रहने की संभावना है.

अधिकतम तापमान में वृद्धि कि है संभावना

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार,अधिकतम तापमान में वृद्धि होगी, पर न्यूनतम तापमान में थोड़ी गिरावट आ सकती है. मौसम पूर्वानुमान के अनुसार, बुधवार को वातावरण का अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 28 डिग्री रहने की संभावना है. इसी तरह गुरुवार को अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है. जबकि शुक्रवार से तापमान में गिरावट दर्ज किये जाने की संभावना जतायी जा रही है.

एसी के कारण बढ़ रहा है शहर का तापमान

गर्मी बढ़ने के साथ ही शहर में एसी का उपयोग भी बढ़ गया है. शहर के लगभग 50 फीसदी घरों में एसी का इस्तेमाल होने लगा है. मध्य वर्ग के लोग भी घरों में एसी का उपयोग कर रहे हैं. शहर के लगभग सभी सरकारी कार्यालयों, निजी कार्यालयों, होटलों, रेस्टोरेंट, मॉल, अस्पतालों में एसी लगे हुए हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि एसी अंदर के वातावरण को ठंडा करता है लेकिन बाहर की हवा को गर्म कर देता है, जिससे तापमान में वृद्धि हो रही है. यही वजह है कि शहर के तापमान में दिनों दिन रिकॉर्ड बढ़ोतरी हो रही है

गाड़ियों की संख्या में वृद्धि भी बन रहा तापमान वृद्धि कारण

शहर व गांव में गाड़ियों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है. कभी इक्का-दुक्का लोगों के पास ही गाड़ियां होती थीं. लेकिन, पिछले दस वर्षों के दौरान गाड़ियों की संख्या में काफी तेज गति से वृद्धि हुई है. कोई भी ऐसा व्यक्ति नहीं होगा, जिसके पास गाड़ी न हो. गाड़ियों की संख्या में वृद्धि का असर वातावरण पर पड़ रहा है. गाड़ियों से निकलने वाले धुएं से वातावरण तो दूषित हो रहा है. इससे साल दर साल तापमान में वृद्धि हो रही है. शहरीकरण के कारण बढ़ रहा है तापमान

दुधारू पशु हो रहे बीमार

कृषि विज्ञान केंद्र के प्रमुख सुधीर सिंह का कहना है कि इस वर्ष गर्मी अन्य वर्षों की अपेक्षा काफी है. गर्मी बढ़ने का कारण शहरीकरण, वनों की कटाई, वैश्विक स्तर पर जलवायु परिवर्तन है. तापमान में लगातार बढ़ोतरी से दुधारू पशु बीमार हो रहे हैं. दुधारू पशुओं का दूध सूखने लगा है. गाय के बछड़ों को बुखार हो रहा है. तेज गर्मी से बछड़े जीभ निकाल कर हांफते दिखाई दे रहे हैं. इससे दूध का उत्पादन 40 फीसदी तक कम हुआ है. शहर के भछियार मुहल्ला निवासी पशुपालक वकील साव, अरविंद पाल ने बताया कि उनकी तीनों गायों को बीते एक सप्ताह से डायरिया हो गया है. चारा ठीक से नहीं खाने से सभी कमजोर हो गयी हैं. इससे दूध का उत्पादन करीब 40 फीसदी तक घट गया है.

पशु चिकित्सक ने दिया सलाह

पशु अस्पताल के चिकित्सक डॉ प्रमोद कुमार ने बताया कि गाय में तापमान सहने की क्षमता कम होती है. इस कारण वे जल्द बीमार हो जाती हैं. भैंस में यह परेशानी नहीं होती है. गर्मी से पशुओं को बचाने के लिए पशुओं को हवादार पशु गृह या पेड़ों के नीचे ही बांधें. पशुओं को ऐसी जगह रखें जहां उन पर सीधी धूप ना पड़ती हो. पशुगृह को ठंडा रखने के लिए उसकी दीवारों पर जूट की टाट लटकायी जा सकती है.

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