जमुई: शहर की सफाई व्यवस्था सुदृढ़ करने के लिए हर वर्ष नप के द्वारा करोड़ों रुपये की लागत से संयंत्रों की खरीद की जाती है. इसके बावजूद सफाई व्यवस्था सुदृढ़ नही हो पा रहा है. करीब एक साल पूर्व शहर के सभी 30 वार्डों में अधिष्ठापन के लिए करीब 400 स्टेनलेस स्टील का मंगाया गया कूड़ादान नप के ऊपरी तल्ला पर धूल फांक रहा है.
बताया गया कि एक कूड़ेदान की कीमत लगभग 29 हजार रुपये हैं. लंबे समय होने के बावजूद इसे लगाने में नगर परिषद अब तक पूरी तरह विफल रही. बताया तो यह भी जा रहा है कि खरीद में लगी कीमत के अनुसार कूड़ेदान का गुणवत्ता नहीं है. इसका एक नमूना व्यवहार न्यायालय के पश्चिमी परिसर में लगा कूड़ेदान है, जिसका स्टैंड चंद महीनों में टूट गया बाद में इसमें लोहे का स्टैंड लगाकर इसे खड़ा किया गया हैं. इसमे गिला व सूखा कूड़ा के लिए अलग अलग खाना बना हुआ है जो दोनों स्टील का है. नगर परिषद में चंद स्थानों पर इक्के दुक्के कूड़ेदान लगाकर इसकी खानापूर्ति कर दी गई है.
नागरिक सुविधा के लिए हर वर्ष नप के द्वारा करोड़ो रूपये सुविधा व संसाधन के लिए खर्च की जाती है. नगर परिषद जमुई में अबतक जितने भी अधिकारी आये सबो ने जेम पोर्टल पर खरीद होने की बात कह कथित तौर पर जमकर रोटी सेंकने का काम किया. कुछ दिनों पूर्व भी कूड़ा उठाव व्यवस्था में सुधार के लिए 70 पीस ट्रॉली, गली में उठाव के लिए करीब 30 पीस रिक्शा का खरीद किया गया जबकि पूर्व में खरीद किये गए आधे से अधिक ई रिक्शा रख रखाव में लापरवाही के कारण पूरी तरह धराशायी हो चुकी है. हालांकि इनकी कीमत बताने से सभी कतरा रहे हैं.
इस बाबत पूछे जाने पर नगर परिषद के सिटी मैनेजर राजेश कुमार झा ने बताया कि पूर्व के अधिकारी के द्वारा इसका खरीद किया गया था. नियम यह है की सप्लाई करने वाली कंपनी ही इंस्टालेशन का भी काम करती है. अभी आचार संहिता लागू है. नगर निकाय चुनाव के बाद इसे लेकर कार्रवाई की जाएगी.