बालू के अवैध उठाव पर लगायी रोक
गुरुवार की देर रात ट्रैक्टर की चपेट में आने से अधेड़ की मौत के बाद सजग हुआ प्रशासन खैरा : खैरा आमीन पथ पर गुरुवार देर रात अवैध बालू लदे ट्रैक्टर की चपेट में आ जाने से अधेड़ की मौत के बाद बालू उठाव को लेकर प्रशासन सजग हो गयी है. शुक्रवार को प्रशासन ने […]
गुरुवार की देर रात ट्रैक्टर की चपेट में आने से अधेड़ की मौत के बाद सजग हुआ प्रशासन
खैरा : खैरा आमीन पथ पर गुरुवार देर रात अवैध बालू लदे ट्रैक्टर की चपेट में आ जाने से अधेड़ की मौत के बाद बालू उठाव को लेकर प्रशासन सजग हो गयी है. शुक्रवार को प्रशासन ने चौकसी बरतते हुये चोरी छिपे बालू उठाव कर रहे ट्रैक्टर के पहियों पर ब्रेक लगा दिया है. जिसके बाद प्रखंड क्षेत्र के नरियाना, भौंड, परसा, सिंगारपुर, बड़ीबाग आदि घाटों के नजदीक बसे गांव में रह रहे लोगों ने शनिवार रात चैन की सांस ली.
बताते चले कि सूबे के मुख्य सचिव के ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेशों के बावजूद भी प्रखंड क्षेत्र में चोरी छिपे बालू का उत्खनन, संग्रहण व परिवहन जारी था. जिसको लेकर बराबर स्थानीय निवासी आवाज उठाते रहें हैं. परंतु इन सबके बावजूद भी चोरी छिपे बालू का उठाव जारी था. जिसको लेकर प्रशासनिक पदाधिकारी भी परेशान थे. लाख प्रयासों के बावजूद भी अवैध तरीके से हो रहे बालू उठाव पर रोक लगाना संभव नहीं हो पा रहा था. बालू माफिया रात के अंधेरें में चुपचाप पुलिस को चकमा देकर बालू उत्खनन के कारोबार को अंजाम दे रहे थे.
उसका खुलासा शुक्रवार देर रात को हुआ जब अवैध बालू लदे ट्रैक्टर ने डुमरकोला गांव में घर के बाहर सो रहे मथुरा यादव को कुचल दिया. जिसमें उसकी मौत हो गयी. हालांकि यह पहला मामला नहीं है जब अवैध बालू उठाव कर रहे ट्रैक्टर का मामला प्रकाश में आया है. बीते बुधवार की रात को भी पुर्णा खैरा के समीप एक अवैध बालू लदा ट्रैक्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. जिसमें नवडीहा निवासी चालक विनोद मांझी गंभीर रूप से जख्मी हो गया. जिसका इलाज जमुई के निजी अस्पताल में किया जा रहा है. वहीं दो महीने पहले परसा गांव में अवैध बालू से लदा एक ट्रैक्टर बिजली के खंभे से जा टकराया था. शुक्रवार की घटना के बाद पुलिस पूरी तरह से एक्शन में आ गयी है तथा बालू उठाव पर रोक लगा दिया गया है.