अब तो महफूज नहीं रहीं जिले की लड़कियां

जमुई : जिले में पढ़ाई करनेवाली छात्रा महफूज नहीं है. बीते कुछ दिनों की बात करें तो जिला के अलग-अलग क्षेत्र से समाज के पुरानी परंपरा को दर किनार करते हुए इन बालिकाओं ने अपने जिंदगी को संवारने के लिए आगे कदम बढ़ाया लेकिन असामाजिक प्रवृत्ति के लोग उसके कदम पर रोक लगाने को आतुर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 19, 2017 4:38 AM

जमुई : जिले में पढ़ाई करनेवाली छात्रा महफूज नहीं है. बीते कुछ दिनों की बात करें तो जिला के अलग-अलग क्षेत्र से समाज के पुरानी परंपरा को दर किनार करते हुए इन बालिकाओं ने अपने जिंदगी को संवारने के लिए आगे कदम बढ़ाया लेकिन असामाजिक प्रवृत्ति के लोग उसके कदम पर रोक लगाने को आतुर दिख रहे हैं. तभी तो आये दिन आधी आबादी से जिंदगी संवारने का अधिकार छीना जा रहा है. इसे लेकर बुद्धिजीवी वर्ग के लोगों में ओंकार शरण, मनोज पांडेय, विपिन बिहारी भारती, विजय सिंह, दासो रविदास, चंद्रचुड़ सिंह, मो नजीर बेग, मुकुल कुमार,नंद किशोर चौरसिया सहित अन्य लोग मानते हैं कि सुरक्षा को लेकर प्रशासन भी गंभीर नहीं है. छात्राओं के साथ हुए घटना में कुछ एेसा ही प्रतीत होता है.

गायब लड़की के मामला में अबतक पुलिस रही है विफल
मलयपुर थाना क्षेत्र के कसरहट फुलवरिया निवासी श्याम नारायण प्रसाद ने बीते 11 जून को थाना में अपनी 18 वर्षीय बेटी खुशबू कुमारी के गायब होने की प्राथमिकी दर्ज करायी. प्राथमिकी में पीड़ित पिता ने बताया कि बीते 10 जून को 2017 को जब उनकी बेटी सुबह में शौच के लिए घर से निकली लेकिन पुन: वह आज तक वापस नहीं लौटी है.
उन्होंने गांव के ही विनोद राम, सुनिता देवी, सुबोध राम व धीरज कुमार पर शादी की नियत से अपहरण करने की बात कही.बीते 15 जून 2017 को नगर क्षेत्र के खैरमा मुहल्ला निवासी सीमा देवी ने बेटी काजल कुमारी के अपहरण को लेकर सदर थाना में मामला दर्ज कराया था.प्राथमिकी में सीमा देवी का कहना है की 14 जून की सुबह जब मेरी बेटी शहर के देव आईटीविजन कम्प्यूटर सेंटर में पढाई करने गयी लेकिन वापस नहीं लौटी. उसने प्रखंड क्षेत्र के भंदरा निवासी उदय पासवान पर अपहरण करने को लेकर प्राथमिकी दर्ज करायी.
वहीं सिकंदरा थाना क्षेत्र के भुल्लो निवासी एक व्यक्ति ने बीते नौ जनवरी को स्थानीय थाना में मामला दर्ज कराया कि उनकी बेटी मारुती कुमारी सहेली मेनिका कुमारी के साथ आठ जनवरी को सिकंदरा स्थित परियोजना बालिका उच्च विद्यालय में मैट्रिक परीक्षा का फार्म भरने जा रही थी तभी गांव के ही नीरज कुमार ने उसे अगवा कर लिया. पीड़ित पिता ने बताया कि अपहरण के छह माह बीत जाने के बाद भी पुलिस उसे नहीं ढूंढ पायी है. इस बाबत पुलिस अधीक्षक जयंतकांत बताते हैं कि दर्ज प्राथमिकी के प्रारंभिक जांच से यह मामला परिवार से ही जुड़ा लगता है. कई ऐसे मामले को पुलिस सुलझा चुकी है. उन्होंने बताया कि आरोपी के संभावित ठिकाने पर पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है.

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