स्टेशन प्रबंधन की लापरवाही से यात्रियों को होती है परेशानी

लोगों की समस्याओं पर ध्यान नहीं देते अधिकारी जमुई : रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर-1 पर यात्रियों को पीने के लिए शुद्ध पानी नहीं मिल रहा है. वहीं प्लेटफार्म नं. 2 पर पानी व्यर्थ बहता रहता है. यात्रियों को पीने का पानी उपलब्ध कराने के लिए नल तो हैं, लेकिन यात्रियों की शिकायत है कि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 10, 2017 5:52 AM

लोगों की समस्याओं पर ध्यान नहीं देते अधिकारी

जमुई : रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर-1 पर यात्रियों को पीने के लिए शुद्ध पानी नहीं मिल रहा है. वहीं प्लेटफार्म नं. 2 पर पानी व्यर्थ बहता रहता है. यात्रियों को पीने का पानी उपलब्ध कराने के लिए नल तो हैं, लेकिन यात्रियों की शिकायत है कि इनसे उन्हें साफ पानी नहीं मिल रहा है. बताते चलें कि जमुई रेलवे स्टेशन पर रोज हजारों यात्री आवागमन करते हैं. लेकिन, यात्रियों को पीने के पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा है.
प्लेटफॉर्म नंबर-1 पर पानी की एक टोटी और प्लेटफॉर्म नंबर 2 पर दो टोटी तो लगी हैं. लेकिन, नल के स्टैंड के आसपास इतनी गंदगी है कि लोग वहां जाने से कतराते हैं. पटना जा रहे कैलाश शर्मा ने बताया कि नाल के पास जो गंदगी है उसे देखते हुए पानी पीने की इच्छा नहीं होती लेकिन क्या करें, बच्चों की खातिर जैसा मिला, वैसा लेना पड़ रहा है. क्या पता अगले स्टेशन पर ऐसा पानी भी न मिले. यहां पीने के लिए साफ पानी तक नहीं है.
शौचालय की बदबू कर रही परेशान . जमुई रेलवे स्टेशन पर शौचालय की स्थिति भी बाकी हालातों की तरह ही दयनीय है. प्लेटफार्म नंबर 1 पर बने एक शौचालय में लोगों को पांच से 10 रूपये तक का भुगतान कर उसका इस्तेमाल करना पड़ रहा है. वहीं उसके बगल में गंदगी में ऐसा पांव पसारा है कि उसकी बदबू से लोग नाक पर रूमाल रख कर गुजरने को मजबूर हैं. वही प्लेटफार्म नंबर दो पर बने यूरिनल में लोग जाने से कतराते हैं.
स्टेशन पर स्थिति चाहे जैसी भी हो पर टिकट बाबू को अपने काम की परवाह पहले है. फिर उसकी वजह से भले ही लोगों को परेशानी ही क्यों न उठाना पढ़े या लोगों की भीड़ ही क्यों ना जमा हो जाए. पर वह अपनी मर्जी से गए हैं तो अपनी ही मर्जी से लौटेंगे. कुछ यही नजारा था रविवार को सुबह लगभग 11 बजे. जब प्रभात खबर के संवाददाता स्टेशन का गहन मुआयना कर रहे थे. इस दरमियान जब यह नजारा उन्होंने देखा तो इस स्थिति को समझने में उन्हें वक्त नहीं लगा.
सरकारें आती-जाती हैं और टिकटों के दाम में भारी फेरबदल भी देखने को मिलता है. लेकिन, रेलवे में सुविधाओं के नाम पर लोगों से लिए जाने वाले राजस्व का फायदा जमुई स्टेशन में आने वाले यात्रियों को नहीं मिल रहा है. स्थिति यह है कि स्टेशन परिसर में कहीं भी एक भी पंखा देखने को नहीं मिलता इस कारण लोगों को इस उमस भरी गर्मी में भी पसीने से तरबतर होकर ट्रेनों की प्रतीक्षा करनी पड़ती है. जमुई रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर बने द्वितीय श्रेणी प्रतीक्षालय में यात्रियों के बैठने के लिए जगह है.

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