जमुई. अपने सात सूत्री मांगों को लेकर जिले के सभी 102 एंबुलेंस कर्मचारी बिहार राज्य चिकित्सा कर्मचारी संघ के बैनर तले गुरुवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये हैं. इस दौरान उन्होंने सदर अस्पताल परिसर स्थित डीएस कार्यालय के समीप एंबुलेंस के साथ प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की. मौके पर उपस्थित बिहार राज्य चिकित्सा कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष राजीव कुमार सिंह ने बताया कि 1/06/2023 को पशुपति नाथ डिस्ट्रीब्यूटर प्राइवेट लिमिटेड द्वारा श्रम अधिनियम के तहत कुशल श्रमिक का वेतन भुगतान करने का लिखित रूप से आश्वासन दिया गया था, लेकिन एक वर्ष बीत जाने के बाद भी हम लोगों को अब तक कुशल श्रमिक के वेतन का भुगतान नहीं किया जा रहा है. इसके साथ ही तीन माह से हम लोगों के वेतन का भी भुगतान नहीं किया गया है. बार-बार कंपनी के पास पत्राचार किये जाने के बावजूद इन विषयों पर कोई ध्यान नहीं दिये जाने के विरोध में हम लोगों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है. कहा कि जब तक हमलोगों की मांग पूरी नहीं होती है, तब तक हमलोग अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे रहेंगे.
क्या है मांग:
संघ के सचिव सुभाष कुमार ने बताया कि पूर्व में भी एक एजेंसी की ओर से वर्ष 2013 में एंबुलेंस चालक व टेक्नीशियन का 22 माह का पीएफ तथा 6 माह का वेतन का भुगतान नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि पशुपति नाथ डिस्ट्रीब्यूटर प्राइवेट लिमिटेड सभी चालक व ईएमटी को श्रम अधिनियम के तहत कुशल श्रमिक का वेतन देना सुनिश्चित करे.अतिरिक्त कार्य का अतिरिक्त भुगतान, बकाया वेतन का अविलंब भुगतान, कर्मचारियों को प्रत्येक माह वेतन पर्ची उपलब्ध कराने, सभी कर्मचारियों को उनके वेतन के अनुसार ईपीएफ की राशि उनके खाते में जमा करने की मांग की जा रही है. संस्था के द्वारा कर्मियों की राशि की कटौती की गयी, लेकिन अब तक ईएसआइसी खाते में जमा नहीं किया गया, जिससे लाभार्थियों को ईएसआइसी का लाभ नहीं मिला और ना ही कर्मचारियों को ईएसआइसी कार्ड उपलब्ध कराया गया. जिस ईएमटी और चालक को इस मद का लाभ नहीं मिला, संस्था उसकी भरपाई करें. चालक एवं ईएमटी का नियुक्ति पत्र एवं पहचान पत्र निर्गत करने, हटाए गये कर्मियों को वापस लेने, बिहार सरकार एवं एंबुलेंस कर्मियों के बीच टेंडर की सहमति पत्र के कर्मचारियों के वेतन का जिक्र करने, साथ ही अगर कर्मचारी का ड्यूटी के दौरान मृत्यु हो जाती है तो कंपनी द्वारा उपलब्ध कराये जाने वाले मुआवजा राशि के सहमति पत्र में जिक्र करने की मांग की है. उन्होंने बताया कि हड़ताल पर जाने की सूचना जिलाधिकारी राकेश कुमार, उपनिदेशक परिवहन विभाग राज्य स्वास्थ्य समिति पटना, प्रधान सचिव राज्य स्वास्थ्य समिति पटना, सिविल सर्जन, श्रम अधीक्षक, पशुपति डिस्ट्रीब्यूटर प्राइवेट लिमिटेड, एंबुलेंस कंट्रोल पदाधिकारी, सदर थाना सहित सभी पीएससी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को भी दी गयी है.मौके पर थे मौजूद:
मौके पर संघ के सचिव सुभाष कुमार, बाल्मीकि कुमार मंडल, नरेश यादव, चंद्रशेखर आजाद, सीताराम पंडित, अमित कुमार, सुभाष यादव, प्रवीण कुमार, सोनू कुमार पांडेय, सतीश सुमन, सतीश कुमार, मो शाहिद, तौकीद अहमद, मो असलम, पंकज कुमार, सूरज कुमार, रत्नेश कुमार सिंह, विश्वकर्मा यादव, नंदन कुमार, वीरेंद्र कुमार, अशोक कुमार, विनोद कुमार, अंकुश कुमार, कैलाश कुमार यादव, धर्मेंद्र कुमार, नरेश कुमार, मनीष कुमार, विशंभर बाजपेयी, सुबोध सिंह, विजय राम, संजय, मो इमरार, विकास कुमार, सूरज कुमार सहित अन्य चालक तथा ईमटी मौजूद थे.मरीजों को हुई परेशानी :
102 एंबुलेंस कर्मचारियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने से सदर अस्पताल में इलाज कराने आये मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा. खासकर गर्भवती महिलाओं को प्रसव के बाद अस्पताल से घर जाने में अधिक परेशानी का सामना करना पड़ा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है