हर बड़ी घटना को लीड करता था सुरंग
क्राइम रिकॉर्ड. सोनो चौक पर हमला कर एक अधिकारी व चार जवानों की हत्या में भी है आरोपित आठ वर्ष पूर्व सोनो चौक पर गश्ती पार्टी पर नक्सलियों ने हमला कर एक पुलिस अधिकारी व चार जवानों की हत्या कर दी थी. वहीं पुल निर्माण में लगे मजदूरों को बलथर घाट से अगवा करने में […]
क्राइम रिकॉर्ड. सोनो चौक पर हमला कर एक अधिकारी व चार जवानों की हत्या में भी है आरोपित
आठ वर्ष पूर्व सोनो चौक पर गश्ती पार्टी पर नक्सलियों ने हमला कर एक पुलिस अधिकारी व चार जवानों की हत्या कर दी थी. वहीं पुल निर्माण में लगे मजदूरों को बलथर घाट से अगवा करने में भी सुरंग आगे था. जानकारी के अनुसार उस पर विभिन्न थानों में दर्जन भर से अधिक मामले दर्ज हैं.
झाझा : झाझा समेत कई इलाकों में नक्सली संगठन को मजबूत करने व बड़ी घटना को अंजाम देने में माहिर सुरंग सभी बड़ी घटनाओं का नेतृत्व करता था. मुख्य रूप से पिंटू राणा, मंटू खैरा व करुणा के साथ ही यह घटना को अंजाम देता था. मंटू खैरा की मौत के बाद सुरंग थोड़ा कमजोर होने के बाद फिर से घटनाओं को अंजाम देना शुरू कर दिया था. यही कारण है कि पिछले छह माह से झाझा के कई जगहों पर किसी बड़ी घटना को अंजाम देने उद्देश्य से जुटने के बाद भी कभी पुलिस पकड़ में नहीं आया.
पर, इसके कई साथी हथियार व विस्फोटक सामग्री के साथ पुलिस के हत्थे चढ़ गये. छह जुलाई, 2017 को तुम्बा पहाड़ के पास सुनसान इलाके में पिंटू राणा व करुणा दी समेत कई नक्सलियों के साथ बड़ी घटना को अंजाम देने के उद्देश्य से सुरंग बैठक कर रहा था. इसमें महापुर गांव के जयनारायण यादव की गिरफ्तारी हुई थी. बाकी सभी भागने में सफल रहे थे. इसी तरह 16 अक्तूबर, 2016 को भी बनजाम जंगल में बड़ी घटना को अंजाम देने के उद्देश्य से जुटे थे. इसमें बनजमा गांव के पेरू यादव को हथियार व विस्फोटक सामग्री के साथ पुलिस ने गिरफ्तार किया था. इसमे सुरंग समेत सभी शीर्ष नक्सली नेता भागने में सफल रहे थे. 21 अक्तूबर व 16 नवंबर, 2016 को भी क्रमशः बनजामा एवम तुम्बा पहाड़ में पिंटू राणा व करुणा दी के साथ बैठक कर रहा था. इस दौरान बोड़वा के भीम यादव व रजला के नरेश यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. पुलिस के अनुसार सुरंग इस इलाके की हर बड़ी घटना की मॉनीटरिंग करता था.