इनामी नक्सली कमांडर सुरंग यादव ने किया सरेंडर

सोनो (जमुई) : 25 हजार का इनामी नक्सली कमांडर सुरंग यादव ने पुलिस के समक्ष हथियार के साथ सरेंडर कर दिया है. हालांकि पुलिस इसकी पुष्टि नहीं कर रही है. सूत्रों की मानें, तो सुरंग ने शनिवार की दोपहर चरकापत्थर थाने में आकर सरेंडर किया. इसके बाद उसे एसपी के पास ले जाया गया. शनिवार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2017 3:36 AM

सोनो (जमुई) : 25 हजार का इनामी नक्सली कमांडर सुरंग यादव ने पुलिस के समक्ष हथियार के साथ सरेंडर कर दिया है. हालांकि पुलिस इसकी पुष्टि नहीं कर रही है. सूत्रों की मानें, तो सुरंग ने शनिवार की दोपहर चरकापत्थर थाने में आकर सरेंडर किया. इसके बाद उसे एसपी के पास ले जाया गया. शनिवार की शाम तक समाचार लिखे जाने तक एसपी जयंतकांत ने मीडिया को इसकी पुष्टि नहीं की. कयास लगाया जा रहा है कि तमाम खानापूर्ति के बाद पुलिस सरेंडर से संबंधित प्रेस कांफ्रेंस करेगी. सुरंग का सरेंडर जिला पुलिस की बड़ी उपलब्धि मानी जायेगी. सुरंग ने किन परिस्थितियों में व किसके प्रयास से सरेंडर करने का फैसला किया, यह तो बाद में

इनामी नक्सली कमांडर…
पता चल पायेगा. लेकिन, यह तय है कि सुरंग का सरेंडर करना जिला की पुलिस ही नहीं, बल्कि झारखंड
के सीमावर्ती इलाके की पुलिस भी राहत की सांस लेगी. जमुई ही नहीं, बल्कि झारखंड के गिरिडीह व बांका क्षेत्र में भी सुरंग का आतंक था. सरकार ने उस पर 25 हजार का इनाम रखा हुआ था. चरकापत्थर थाना क्षेत्र के रजौन पंचायत अंतर्गत नावाआहर गांव निवासी अयोध्या यादव के बड़े पुत्र सुरंग यादव का सफर नक्सल संगठन में एक दशक से भी अधिक का रहा है. ग्रामीणों की मानें, तो गौ सेवा में लगे रहने वाला साधारण किसान का बेटा सुरंग नक्सल संगठन से काफी कम उम्र में ही जुड़ गया था.
दिनेश पंडित, चिराग दा व सिद्धू कोड़ा जैसे नक्सली कमांडर के साथ काम करने वाले सुरंग पर संगठन का दायित्व तब ज्यादा आ गया, जब दिनेश पंडित के बाद झारखंड़ व बिहार का बड़ा नक्सली कमांडर चिराग दा भी मारा गया. जमुई जिला के चरकापत्थर, सोनो, चकाई, झाझा, खैरा सहित कई थानाें में उसके विरुद्ध तकरीबन दो दर्जन मामले दर्ज हैं.

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